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New Year 2023: राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

नए साल 2023 का स्वागत देशभर में धूम-धाम से किया जा रहा है. शनिवार रात से ही लोग नव वर्ष की खुशी के जश्न में डूबे हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं हैं.

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नए साल के आगमन पर जश्न में डूबा देश

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Published : Jan 1, 2023, 11:52 AM IST

Updated : Jan 1, 2023, 11:58 AM IST

हैदराबाद:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं है. एक संदेश में उन्होंने कहा कि नया साल सभी के जीवन में नई खुशियां, लक्ष्य, प्रेरणा और बड़ी उपलब्धियां लेकर आएगा. राष्ट्रपति मुर्मू ने लोगों से देश की एकता, अखंडता और समावेशी विकास के लिए खुद को समर्पित करने का आग्रह किया. राष्ट्रपति ने नव वर्ष 2023 में लोगों की प्रगति और समृद्धि की कामना की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल की शुभकामनाएं दीं और कामना की कि यह आशा, खुशी और बहुत सारी सफलता से भरा हो. प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'आपका 2023 शानदार हो! यह आशा, खुशी और ढेर सारी सफलता से भरा हो. सभी को अद्भुत स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिले.'

नव वर्ष के आगमन पर देशभर में खुशियां मनाई जा रही है. आज रविवार का दिन यानी सार्वजनिक अवकाश होने से लोगों की खुशियों को चार चांद लग गया. कई जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. भारी संख्या में लोगों को पूजा अर्चना करते हुए भी देखा जा रहा है. सबकों उम्मीदें हैं कि आने वाला साल ढेरों खुशियां अपने आंचल में संजोकर लाएगा. नए साल के खास मौके पर लोग अपनों को बधाई संदेश भेजकर शुभकामनाएं दे रहे हैं.

रविवार तड़के वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा आरती की गई. घाट पर गंगा आरती देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. उज्जैन में रविवार को सुबह की आरती देखने के लिए महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. महाकालेश्वर मंदिर में सुबह-सुबह भगवान शिव की भस्म आरती की गई. महाकालेश्वर की भस्म आरती को सबसे खास माना जाता है, क्योंकि यह 12 ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग है जहां शिवलिंग पर भस्म लगाई जाती है. इसलिए, महाकालेश्वर के पुजारी के अनुसार, यह एक कारण है कि दुनिया भर से लोग इसमें शामिल होने आते हैं.

इस बीच, मुंबई के प्रतिष्ठित सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह की पूजा भी की गई. नए साल के पहले दिन रविवार को सुबह की आरती देखने के लिए सिद्धिविनायक मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. चमकदार आतिशबाजी और विद्युतीय संगीत के साथ, भारत भर के शहरों ने वर्ष 2023 का स्वागत बहुत धूमधाम और शो के साथ किया. न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए मुंबई के मरीन ड्राइव पर भारी भीड़ उमड़ी.

रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाते समुद्र तटों के साथ गोवा मस्ती के यूटोपिया में बदल गया. होटलों और रिजॉर्ट्स में डीजे पार्टियों का आयोजन किया गया. लगभग सभी प्रमुख कैसीनो, रेस्तरां और बार ने नए साल का जश्न मनाने के लिए संगीत कार्यक्रम और अन्य विशेष कार्यक्रम आयोजित किए.

उत्तराखंड के मसूरी में लोगों ने जगमगाती रोशनी, संगीत और नृत्य के साथ नए साल के आगमन का जश्न मनाया. इसी तरह, हिमाचल प्रदेश के मनाली में माल रोड पर नए साल का स्वागत करने के लिए भारी भीड़ उमड़ी.

शनिवार रात से ही लोग नये साल के जश्न में डूबे हैं. पूरे देश में जगह-जगह लोगों ने नाचे-गाए और एक दूसरे को बधाइयां दीं. शनिवार शाम से काफी उत्साह का माहौल रहा. रात के 12 बजते ही सभी जगह लोग झूमने लगे और पटाखों और आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया. कई जगह सोसायटियों और कॉलोनियों में नए साल पर विशेष व्यवस्था की गई.

राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मुंबई, हैदराबाद, केरल, चेन्नई, कोलकाता, पणजी, बेंगलुरू, पटना, लखनऊ, चंडीगढ़, समेत देश के सभी शहरों में रात से ही लोग जश्न में डूबे हैं. मुंबई में बीच पर खास व्यवस्था की गयी. रोशनी, संगीत के साथ लोगों ने जमकर खुशियां मनाईं. इस दौरान दोनों ऐतिहासिक इमारतों पर भव्य रोशनी की गई.

प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने नए साल का स्वागत करने के लिए ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर भगवान जगन्नाथ की 8 फीट ऊंची और 15 फीट लंबी रेत की मूर्ति बनाई. पटनायक ने 10 टन बालू से भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियां बनाईं. उन्होंने मूर्ति को फूलों से सजाया और 'जय जगन्नाथ' का संदेश लिखा.

पटनायक ने कहा, 'हम अपनी रेत कला के माध्यम से नए साल का स्वागत करते हैं और शांति और समृद्धि के लिए भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करते हैं.' हर साल क्रिसमस से लेकर न्यू ईयर तक पटनायक सैंड आर्ट में कुछ अलग करने की कोशिश करते हैं. पद्म पुरस्कार से सम्मानित सुदर्शन पटनायक ने अब तक दुनिया भर में 60 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रेत कला प्रतियोगिताओं और उत्सवों में भाग लिया है. पटनायक की रेत कलाएं सामाजिक जागरूकता और वर्तमान मुद्दों पर आधारित हैं.

Last Updated : Jan 1, 2023, 11:58 AM IST

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