इंदौर। मध्य प्रदेश में इंदौर के स्वर्णबाग में हुए भीषण अग्निकांड की जड़ में एक तरफा प्रेम सामने आया है. 7 लोगों को जीते जी निगल लेने वाले इस भयानक हादसे की सूत्रधार संजय नाम के युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. संजय नाम के एक युवक ने अपनी प्रेमिका से बदला लेने के लिए उसकी स्कूटी में आग लगाई थी. यह आग 2 मंजिला इमारत में फैल गई और देखते ही देखते 7 जिंदगी राख हो गईं. इंदौर पुलिस ने बिल्डिंग के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की पड़ताल के बाद इस संदिग्ध युवक को पकड़ लिया है. जिसपर हत्या के आरोप में कठोर कार्रवाई की जा रही है.
एक तरफा प्यार में गई 7 लोगों की जान: इंदौर के स्वर्ण बाग स्थित इस दो मंजिला इमारत में बीते 6 महीने से एक युवती किराए पर रह रही थी. उसकी जान पहचान क्षेत्र के संजय और शुभम दीक्षित नामक युवक से भी थी. बीते दिनों युवती की संजय से अनबन हो गई, तो संजय ने बदला लेने के लिए शनिवार तड़के युवती की स्कूटी में आग लगा दी थी. जिसके बाद यह आग पूरी इमारत में फैल गई और देखते ही देखते इस भीषण आग में 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई ,जबकि कई अन्य घायल हो गए. घटना के बाद इंदौर पुलिस ने क्षेत्र के विभिन्न घरों से सीसीटीवी फुटेज कि जब बारीकी से फॉरेंसिक जांच की तो पता चला यह युवक एक वाहन से पेट्रोल डालकर स्कूटी में आग लगा था नजर आ रहा था लिहाजा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर विजय नगर पुलिस इस युवक की तलाश में जुटी थी इसके बाद पुलिस ने जब पूरे मामले की कड़ियों को जोड़ते हुए शाम को युवक को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद संजय ने पुलिस को सारी घटना बता दी. पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया है. अब पुलिस आरोपी के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न मामलों में कार्रवाई करने जा रही है.
इंदौर अग्निकांड में मौत का सामना करने वाले शख्स की कहानी, कैसे बेडशीट में छुपकर बचाई जान
पीएमओ और मुख्यमंत्री के थे निर्देश :इंदौर अग्निकांड को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर गहरा दुख जताया था. इसके बाद ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर पुलिस को फ्री हैंड देते हुए इस मामले में दोषी पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. पुलिस को जब सीसीटीवी कैमरे में यह आगजनी संदिग्ध नजर आई तो पुलिस ने जांच का पूरा फोकस इस युवक की गिरफ्तारी पर किया. विभिन्न स्थानों पर पुलिस की टीमें रवाना की गईं जिसके बाद शाम को इस युवक को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. जिसके बाद आगजनी के पीछे की तमाम अटकलों पर विराम लग गया है.