हैदराबाद : टोगोली तट पर कटाव की घटना को कम करने के लिए की गई कार्रवाइयों के बावजूद, समुद्र अधिक गति से आगे बढ़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कटाव के कारण इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. उन्होंने दावा किया कि कटाव के कारण इलाके में कई घर गायब हो गए हैं और टोगोली गांव के नक्शे से गायब हो गए हैं. अब इस समस्या को स्थायी रूप से हल करने में मदद के लिए अब एक पहल की गई है.
इसके लिए एक तकनीक ईजाद की गई है, जिसमें तटीय रेखा के साथ व्यवस्थित किए गए सीमेंटेड बैरल (cemented barrels) लगाए गए हैं, जो समुद्र की शुष्क (dry land) भूमि की प्रगति को धीमा करते हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने एक दीवार का निर्माण किया, जिसकी तलछटी में चट्टान बनाई गई, जो हमारे लिए कठिन है, संरचना के लिए एक अच्छी नींव है, क्योंकि यह पानी के दबाव को कम (resists water pressure) करती है. जब लहरें संरचना से टकराती हैं, तो वह रेत को छोड़कर वापस समुद्र में चली जाती है.
यह रेत तट के क्षत-विक्षत भागों (eroded parts of the coast) को भर देती है. संक्षेप में यह बंदरगाह निर्माण का सिद्धांत है, जो यहां लागू होता है. यह एक दीवार है जो समुद्र का सामना करती है.
यह तकनीक प्रभावी लगती है और सेनेगल के इस भूविज्ञानी (geologist from Senegal) जैसे जिज्ञासु लोगों को पहले ही आकर्षित कर चुकी है. यह समुद्र तट को भी स्थिर करता है.
पर्यावरण पुलिस की परियोजना पर चल रहा है काम
समुद्री रेत के निष्कर्षण (extraction of sea sand ) पर कई वर्षों से प्रतिबंध लगा हुआ है, क्योंकि यह कटाव में तेजी लाने में मदद करता है, लेकिन वास्तव में यह गतिविधि जारी है. सड़कों के किनारे रेत हमेशा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहती है. हाल में अपनाए गए समुद्र तट के विकास, संरक्षण और वृद्धि से संबंधित कानून में जुर्माने का प्रावधान है.