प्रयागराज:हर साल 8 अक्टूबर को पूरे देश में भारतीय वायु सेना दिवस (Indian Air Force Day) मनाया जाता है. इस बार वायु सेना अपनी 91वीं वर्षगांठ मना रहा है. वायु सेना के इस दिवस पर संगम नगरी प्रयागराज में मध्य वायु कमान मुख्यालय बमरौली में भव्य परेड का आयोजन किया गया. परेड की सलामी वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने ली. वायु सेना दिवस पर नए ध्वज का अनावरण भी किया गया. इस मौके पर गरुण कमांडों ने पहली बार हिस्सा लेते हुए हैरतअंगेज करनामों से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी.
इस मौके पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि आज हम न केवल जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं, बल्कि हमारे समृद्ध इतिहास और वर्तमान उपलब्धियों को प्रतिबिंबित करते हैं. इस दिन भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के संरक्षक के रूप में हमारे भविष्य की रूप रेखा तैयार करने के लिए भी है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम असीमित वायु शक्ति है. जिस पर हम आगे बढ़ रहे है.
विरासत को संरक्षित करना भारतीय वायु सेना की जिम्मेदारी
भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि उन्हें अपने पूर्ववर्तियों द्वारा संचालित व्यावसायिकता, दृढ़ता और जुनून गौरवपूर्ण विरासत में मिली है. वह अपने उन दिग्गजों के योगदान को स्वीकार करते हैं जिन्होंने वायु सेना को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि सभी वायु योद्धाओं की ओर से वह अपने बहादुरों को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं. जिन्होंने कर्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया है. उनकी विरासत को संरक्षित करना और उन मूल्यों को बनाए रखना हमारी गंभीर जिम्मेदारी है.
वायु सेना ने स्वदेशी क्षमता विकसित की
वायु सेना प्रमुख ने कहा कि पिछला एक साल भारतीय वायु सेना के लिए काफी चुनौतियां लेकर आया है लेकिन उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि भारतीय वायु सेना ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और हर परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की है. वायु सेना ने न केवल चुनौतियों से पार पाया है, बल्कि उन चुनौतियों को अवसर में भी बदला है. वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में वायु सेना ने स्वदेशी क्षमता विकसित कर आयात पर निर्भरता कम करने का अवसर प्रदान किया है.