नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रिकी देशों में कोरोना के वेरिएंट पाये जाने के बाद विश्व में एक बार फिर से हाहाकार मच गया है. वैश्विक महामारी कोरोना एक बार फिर से दस्तक देने के लिए तैयार है. कोरोना के नये वेरिएंट ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों और सरकारों को चिंता में डाल दिया है. कई देशों ने अफ्रिकी देशों पर पाबंदियां लगी दी हैं.
बता दें कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार को 'बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार' करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है.
यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसे देखते हुए कई देशों ने एहतियातन सख्त कदम उठाए हैं. वियना में पाबंदिया लगाई गयी हैं. कई देशों ने लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहा है.
यूरोपीय के कई देशों में कोरोना से हाहाकार मचना शुरू हो गया है. यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस की नई लहर देखने को मिल रही है. काफी संख्या में मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. क्रिसमस से पहले जहां बाजारों में रौनक रहती थी वहां सन्नाटा रह रहा है.
ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रिकी देशों के लिए विमान सेवा पर लगायी रोक
दक्षिण अफ्रिकी देशों में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के बाद ब्रिटेन ने एहतियातन अफ्रिकी देशों के लिए विमान सेवा अस्थायी रूप से रोक दी है. ब्रिटेन में अब तक तीन बार लॉकडाउन लगाया जा चुका है. हालांकि, लंदन की स्थिति कमोवेश बेहतर है. यहां लोगों बाजारों पार्कों , थिएटरों में देखे जा सकते हैं. आस्ट्रिया की राजधानी वियना में बार बंद कर दिया गया है. वहीं जर्मनी के म्यूनिख शहर में बाजारे खाली हैं.
दिल्ली में डीडीएमए की बैठक
भारत में भी इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. हालांकि अभी यहां पाबंदिया या लॉकडाउन जैसे स्थिति नहीं है, हलांकि वैज्ञानिकों और सरकार के लिए चिंता का विषय है. दिल्ली सरकार ने कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों से सलाह मांगी है. डीडीएमए की बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में नये वेरिएंट को लेकर चर्चा की जाएगी. देश में दूसरी लहर जैसी स्थित न बने इसके लिए भी तैयारी शुरू कर दी गई है.
दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 23 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत रही. वहीं, इस अवधि में संक्रमण से मौत का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.
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विभाग के मुताबिक, दिल्ली में अब तक संक्रमण के 14,40,807 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 14.15 लाख से अधिक लोग ठीक हुए हैं। शहर में अब तक इस घातक वायरस के कारण 25,095 लोगों की मौत हो चुकी है.
डब्ल्यूएचओ ने वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला’ करार दिया
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार’ करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है.
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा शुक्रवार को की गई यह घोषणा पिछले कुछ महीनो में वायरस के नए प्रकार के वर्गीकरण में पहली बार की गई है. इसी वर्ग में कोरोना वायरस के डेल्टा प्रकार को भी रखा गया था जिसका प्रसार दुनियाभर में हुआ था.
डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह
डब्ल्यूएचओ समेत चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस स्वरूप के बारे में विस्तारपूर्वक अध्ययन किए जाने से पहले जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देने के खिलाफ आगाह किया है. लेकिन इस वायरस से दुनियाभर में 50 लाख से अधिक लोगों की मौत के बाद लोग डरे हुए हैं.
इन देशों ने लगाए प्रतिबंध
अफ्रिकी देशों में कोरोना के नए वेरिएंट पाये जाने के बाद कई देशों ने एहतियातन सख्त कदम उठाए हैं. कई देश अब तक दक्षिण अफ्रीका पर प्रतिबंध लगा चुके हैं. उन देशों जिसने पाबंदी लगाई है उनमें इटली, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, जापान, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नीदरलैंड, माल्टा, मलेशिया, मोरक्को, फिलीपींस, दुबई, जॉर्डन, अमेरिका, कनाडा,जर्मनी,बेल्जियम,चेक गणराज्य और तुर्की शामिल हैं.
कनाडा ने लगाया प्रतिबंध
कोरोना वायरस का नया प्रकार सामने आने के बाद कनाडा ने उन यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जो अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा कर के आए हैं.
अमेरिकी देशों ने लगायी पाबंदी
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका सोमवार से दक्षिण अफ्रीका और क्षेत्र में सात अन्य देशों से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा. बाइडन ने कहा कि इसका मतलब है कि देश लौट रहे अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों के अलावा इन देशों से न कोई आएगा और न ही कोई वहां जाएगा.
कनाडा ने लगाया प्रतिबंध
कनाडा ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने उन विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है जिन्होंने पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा की है. कनाडा ने यह निर्णय कोरोना वायरस के नए प्रकार ‘ओमीक्रॉन’ के सामने आने के बाद लिया है। सरकार के मंत्रियों ने यह भी कहा कि पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा करने वाले सभी कनाडाई नागरिकों की जांच भी अनिवार्य होगी. पिछले 14 दिन में कनाडा आने वाले लोगों को भी पृथक-वास में रहने और कोविड संक्रमण की जांच कराने को कहा गया है.