इंदौर। पूरी दुनिया में स्वच्छता के लिए ख्यात इंदौर के स्वच्छता मॉडल को देखने के लिए आज नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल इंदौर स्थित बायो सीएनजी प्लांट पहुंचे. जहां उन्होंने जैविक अवशेष से बायो सीएनजी तैयार करने वाला एशिया के सबसे बड़े प्लांट का अवलोकन किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने यहां वस्तु वेल्थ गोवर्धन योजना के अंतर्गत तैयार किए गए इस प्लांट की बारीकियों को भी समझा. माना जा रहा है कि इंदौर का सस्ता मॉडल नेपाल के कुछ शहरों में लागू हो सकता है.
बायो सीएनजी प्लांट पहुंचे नेपाल पीएम: दरअसल आज अपनी इंदौर यात्रा के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री इंदौर के बायो सीएनजी गोवर्धन प्लांट का अवलोकन करने ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचे थे. जहां प्रधानमंत्री के साथ मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों का इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव समेत जल संसाधन मंत्री ने स्वागत सत्कार किया. इसके बाद उन्हें पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्लांट की पूरी जानकारी दी. इस दौरान पीएम प्रचंड के साथ मौजूद मंत्रिमंडल सदस्यों और अधिकारियों ने जैविक अवशेष से बायो सीएनजी बनाने की प्रक्रिया को भी समझा. इस दौरान प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने नेपाल में भी बायो सीएनजी प्लांट स्थापित करने को लेकर रुचि दिखाई इस संबंध में उन्होंने इंदौर नगर निगम से सहयोग को लेकर भी चर्चा की है. नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह ने प्रधानमंत्री एवं मंत्रिमंडल के सदस्यों को प्लांट की जानकारी देते हुए बताया बायो सीएनजी प्लांट पीपीपी मॉडल पर आधारित है. जिसे स्थापित करने में इंदौर नगर निगम को कोई खर्च वहन नहीं करना पड़ा, बल्कि प्रतिवर्ष नगर निगम को एक निश्चित राशि प्लांट से प्रीमियम के रूप में मिल रही है. वहीं इस प्लांट से बायो सीएनजी गैस का उत्पादन हो रहा है. इसके अलावा उच्च गुणवत्ता की ऑर्गेनिक कंपोस्ट खाद भी प्राप्त हो रही है. इसके बाद प्रधानमंत्री प्रचंड देवगुराडिया में ही स्थित सूखे कचरे के सेग्रीगेशन सेंटर भी पहुंचे. यहां उन्होंने सेग्रीगेशन की प्रक्रिया को भी बारीकी से समझा.