काशीपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' जैसे आह्वान को अगर किसी ने सच्चे मायनों में सुना और लागू किया है तो वो हैं काशीपुर के रहने वाले 31वर्षीय नीरज चौधरी. नीरज ने साबित कर दिया कि यदि इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा और अपनी संस्कृति के प्रति लगाव हो तो कुछ भी असंभव नहीं.
नीरज ने बता दिया कि गाय के गोबर केवल उपले और खाद बनाने के काम ही नहीं आते. उन्होंने गाय के गोबर से हर वो खूबसूरत चीज बनाई है जिसे न केवल आप अपने बेडरूम में बल्कि पूजा घर में भी सजा सकते हैं.
मेक इन इंडिया की पहचान बन चुके हैं नीरज
जब पूरी दुनिया कोविड काल में घर में बैठी थी तो नीरज एक अलग सपने को ही साकार करने में जुटे थे. सपना पीएम के 'मेक इन इंडिया' को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाने का था. उन्होंने इस दौरान गोबर से केदारनाथ धाम का मंदिर बना दिया. मंदिर ऐसा जिसे आप आसानी से कहीं भी ले जा सकते हैं. नीरज की इच्छा है कि वो इसे प्रधानमंत्री को भेंट करें.
आज नीरज द्वारा गोबर से बनाए गए प्रोडक्ट न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी डिमांड पर हैं. नीरज ने गाय के गोबर से धार्मिक व महापुरुषों की मूर्तियों के अलावा सैकड़ों तरह के अन्य उत्पाद बनाए हैं. नीरज न केवल अपने उत्पादों से पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं बल्कि बेरोजगारों को रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं. वर्तमान में वे प्रत्यक्ष रूप से 15 से 20 तथा अप्रत्यक्ष रूप से 40-50 लोगों को रोजगार दे रहे हैं.
नीरज अभी तक गोबर निर्मित ऐसी धार्मिक मूर्तियां, खेल खिलौने, चाभी के गुच्छे, दीवार घड़ियां, साइन वोर्ड, नेम प्लेटें व महापुरुषों की हजारों तस्वीरें बना चुके हैं. नीरज के ये उत्पाद न केवल ईको-फ्रैंडली हैं बल्कि आपको भारतीय संस्कृति से रूबरू कराते हैं. ये पर्यावरण के लिए भी उपयुक्त हैं क्योंकि इसमें किसी भी तरह के केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है. नीरज गोबर निर्मित उत्पादों से देश में एक बड़ा म्यूजियम बनाने का सपना संजोए हुए हैं.
किसान परिवार से जुड़े हैं नीरज
काशीपुर निवासी नीरज चौधरी का जन्म किसान परिवार में हुआ था. नीरज के पास 10 एकड़ कृषि भूमि है. मास्टर इन सोशल वर्क में डिग्री लेने के बाद बीटीसी के फाइनल वर्ष में नीरज को डेयरी फार्मिंग का आइडिया आया. उन्होंने 2016 में एटू-मिल्क का कारोबार शुरू किया.
उसके बाद नीरज ने मदीना हरियाणा के जिला रोहतक से पंचगव्य चिकित्सा पद्धति का कोर्स करने के साथ ही श्रीवंशी गौधाम स्टार्ट-अप की शुरुआत की. नीरज ने श्रीवंशी गौधाम स्टार्टअप के माध्यम से फिर वो किया जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी. उन्होंने गोबर के उपयोग का ऐसा विस्तार किया जिसने दुनिया में उनकी अलग पहचान बना दी.
पीएम मोदी को देना चाहते हैं गोबर से बनी केदारनाथ मूर्ति की आकृति
नीरज कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी भोलेनाथ के बड़े भक्त हैं. वह हर वर्ष केदारनाथ धाम दर्शन करने आते हैं. इस बार जब वह आयेंगे और मौका मिला तो वे उन्हें केदारनाथ की आकृति भेंट करेंगे. इससे पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश के संस्कृति मंत्री तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए विशेष तौर पर गोबर से बनी भगवान राम की प्रतिमा भेंट की थी.