हैदराबाद:व्यक्तिगत स्पर्धा में यह भारत के नाम यह दूसरा गोल्ड मेडल है. ट्रैक एंड फील्ड में भारत को पहला गोल्ड मेडल मिला है. भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में नीरज ने बड़ा कारनामा कर नए युग की शूरुआत कर दी है.
बता दें, नीरज ने अपने पहले थ्रो में 87.85 मीटर दूर भाला फेंका, जो उनका यह सर्वश्रेष्ठ प्रयास था. नीरज ने अपने पहले थ्रो में 87.03 मीटर दूर भाला फेंका. इसके बाद दूसरे प्रयास में भी नीरज ने कमाल किया और उन्होंने दूसरे प्रयास में 87.58 मी. दूर भाला फेंका. तीसरे प्रयास में नीरज ने 76.79 मी. दूर भाला फेंका.
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तीनों प्रयास के बाद भारत के नीरज चोपड़ा टॉप पर चल रहे. पाकिस्तान के नदीम चौथे स्थान पर रहे. नीरज चोपड़ा का चौथा थ्रो फाउल रहा. पांचवीं कोशिश भी नीरज की फाउल हो गई.
पांचवीं कोशिश में नीरज चोपड़ा की कोशिश एक बार फि से बेकार चली गई. इसमें भी उन्होंने फाउल कर दिया. बहरहाल, नीरज पांच कोशिशों के बाद शीर्ष पर बरकरार रहे. पांचवीं कोशिश में चेकगणराज्य के जैकब वैदलैक ने गजब की ताकत दिखाई और वह 86.67 की दूरी पर भाला फेंक कर तीसरे नंबर पर आ गए.
वहीं पांचवें स्थान पर चल रहे पाकिस्तानी अरशद नदीम ने पांचवीं कोशिश में 81.98 मी. की दूरी तय की. लंदन ओलिंपिक के ब्रांड मेडलिस्ट चेकगणराज्य के वितास्लेव वेलसी ने पांचवीं कोशिश में 84.98 मी. दूरी पर भाला फेंका और कांस्य की होड़ में खुद को बनाए रखा.
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दूसरे या फाइनल राउंड के पहले और कुल चौथे प्रयास में नीरज चोपड़ा सबसे आखिर में आए. बहुत ज्यादा प्रयास किया और इसका असर यह हुआ कि उनसे फाउल हो गया. इस कोशिश में बाजी मारी जर्मनी के वेबर ने, जिन्होंने 83.10 मी की दूरी तय की.
नीरज मेडल जीतने में सफल रहे तो उनके नाम एक बड़ा कारनामा दर्ज हो जाएगा. ओलंपिक के इतिहास में किसी भारतीय ने ट्रैक और फील्ड एथलेटिक्स में मेडल नहीं जीता है.