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विपक्ष की मांग- हारने के बाद खिलाड़ियों के मीडिया ट्रायल पर लगे रोक

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Published : Mar 31, 2022, 7:41 PM IST

भारत में खेल के प्रोमोशन पर चर्चा के दौरान विपक्षी दलों के सांसदों ने कहा कि राजनीति से इतर खिलाड़ियों को बेहतर माहौल और संरचना मुहैया कराने पर विचार होना चाहिए. चर्चा के दौरान भाजपा सांसद और पूर्व ओलंपियन ने कहा कि 2014 के बाद नरेंद्र मोदी की अगुवाई में खेल के प्रति भारत के लोगों का नजरिया बदला है. अब खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं और प्रोत्साहन मिल रहे हैं. बता दें कि गोगोई और बीजू जनता दल के सांसद अनुभव मोहंती इस विषय पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लेकर आए थे, हालांकि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की सहमति से इसे नियम 193 के तहत चर्चा में परिवर्तित कर दिया.

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लोक सभा की कार्यवाही

नई दिल्ली : कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने की जरूरत पर जोर देते हुए बृहस्पतिवार को लोक सभा में कहा कि देश में खेलों से जुड़े बुनियादी ढांचे का विकास करना चाहिए तथा अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं का अधिक से अधिक आयोजन करना चाहिए. भारत में खेलकूद को बढ़ावा देने के विषय पर नियम 193 के तहत चर्चा (Need to promote sports in India and steps taken by Govt of India in this regard) की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि खेल सिर्फ पदकों के लिहाज से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इस मायने में महत्वपूर्ण है कि यह हमें सिखाता है कि जब हम जीते तो विनम्र रहें और हारे तो साहस रखें. यह हम नेताओं को भी सीखना चाहिए.

गोगोई ने कहा कि सरकारी पैसे पर निर्भर खेल संघ अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि सबको मिलकर यह देखना है कि हम जिन खिलाड़ियों को ऊपर उठाते हैं मुश्किल समय में उनके साथ खड़े रहना चाहिए. गोगोई ने कहा कि केंद्र को राज्य सरकारों को मदद देनी चाहिए ताकि वे खेल से जुड़े बुनियादी ढांचे में परिवर्तन ला सकें. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रयास करे कि देश में अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं का अधिक से अधिक आयोजन हो.

गुजरात में सरदार पटेल स्टेडियम का नाम क्यों बदला : गोगोई के अनुसार, खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षकों को भी प्रोत्साहन देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के कुछ प्रशिक्षकों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसको लेकर सरकार को संवेदनशील होना चाहिए. कांग्रेस सांसद ने कहा कि खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत करना चाहिए. गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि बहुत सारे निवेदन आए थे, इसलिए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यान चंद खेल रत्न कर दिया. उन्होंने कहा कि हम पूछना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री जी को यह भी बताना चाहिए कि क्या अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलने के लिए भी लोगों के निवेदन आए थे कि उन्होंने इसका नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया.'

हारने का बाद खिलाड़ियों का मीडिया ट्रायल न हो : वहीं, बीजू जनता दल के अनुभव मोहंती ने कहा कि 'फिट इंडिया' और 'खेलो इंडिया' जैसे कदमों के कारण खेलों और फिटेनस को लेकर जागरुकता बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं. मोहंती ने कहा कि हारने वाले खिलाड़ियों को हार के बाद 'मीडिया ट्रायल' का सामना करना पड़ता है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.

खेल के प्रति बदला है भारत का दृष्टिकोण : चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा सांसद और ओलंपिक पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि पहले कहावत थी 'पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलेगो-कूदोगे बनोगे खराब,' लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद यह बदला अब लोग कहते हैं कि 'पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे बनोगे लाजवाब.' उन्होंने कहा कि खेलों को लेकर पूरे देश में माहौल बदला है. जमीनी स्तर से लेकर ऊपर तक की स्थिति बदली है.

मादक पदार्थों का सेवन चिंता का कारण : राठौर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक खेलों में जाने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया, लेकिन इससे पहले किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़े खिलाड़ियों के साथ कनिष्ठ खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है तथा प्रशिक्षण के लिए आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं. भाजपा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक ऐेसा वातावरण बना है जहां नायक का सम्मान किया जाता है. उन्होंने कहा कि युवाओं के नाम पर सिर्फ राजनीति नहीं करनी है, बल्कि उनके लिए नीतियां बनानी होती हैं. राठौर ने कहा कि कई प्रदेशों में मादक पदार्थों का सेवन बढ़ता जा रहा है. इसको रोकने के लिए खेलों को बढ़ावा देना होगा.

अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को पेंशन मिले : चर्चा में हिस्सा लेते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पूर्व फुटबाल खिलाड़ी प्रसून बनर्जी ने अपने समय की भारतीय फुटबाल टीम की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हम लोग एक ही जर्सी तीन बार पहनते थे, खाने की बहुत खराब हालत थी. अगर सुविधाएं मिलती तो विश्व कप भी खेल सकते थे. उन्होंने कहा कि एक राज्य, एक खेल की योजना पर काम करन चाहिए. जैसे पश्चिम बंगाल में फुटबाल, पंजाब में हॉकी आदि को बढ़ावा देने के लिए ध्यान केंद्रित करना चाहिए. बनर्जी ने कहा कि सभी ओलंपिक खिलाड़ियों, अर्जुन पुरस्कार विजेताओं को पेंशन देना चाहिए.

खेल से जुड़ी इकाईयों में करप्शन बड़ी समस्या : उत्तर प्रदेश की जौनपुर विधानसभा सीट से बसपा सांसद श्याम सिंह यादव ने भी चर्चा में भाग लिया. उन्होंने सरकार पर तीखे हमले किए. यादव ने कहा कि केंद्र सरकार को खिलाड़ियों को पैसे देने के बदलने जमीनी हकीकत पर विचार करने की जरूरत है. खेल से जुड़ी इकाई में करप्शन के आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि एक-एक मंत्री कई विभाग और मंत्रालय संभालता है. पदाधिकारियों की संख्या और उनपर वर्कलोड की समीक्षा होनी चाहिए. निशिकांत दुबे ने श्याम सिंह यादव की टिप्पणी पर सख्त आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि किसी भी न्यायिक पदाधिकारी या न्यायपालिका के व्यक्ति का नाम लेना नियम के खिलाफ है. उन्होंने सभापति से कहा कि यादव की आपत्तिजनक टिप्पणियों को सदन की कार्यवाही से हटाई जाए. पीठासीन सभापति ने कहा कि स्पीकर इस संबंध में अंतिम फैसला लेंगे.

तमिलनाडु की कल्लाकुरिची लोक सभा सीट से निर्वाचित डीएमके सांसद गौतम सिगामणि पोन, आंध्र प्रदेश की तिरुपति सीट से वाईएसआरसीपी सांसद मडिला गुरुमूर्ति, महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर पश्चिम लोक सभा सीट से निर्वाचित शिवसेना सांसद गजानन सी कीर्तिकार ने भी चर्चा में भाग लिया.

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जम्मू कश्मीर में एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाएं : महाराष्ट्र की बारामती लोक सभा सीट से राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि उनके परिवार को आम तौर पर राजनीति में सक्रिय माना जाता है लेकिन उनका परिवार राजनीति के अलावा खेल की दुनिया से भी जुड़ा है. उन्होंने बताया कि उनके परिवार में चार तरह के खेल खेले जाते हैं. बिहार की गोपालगंज सीट से जदयू सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन और जम्मू कश्मीर की अनंतनाग लोक सभा सीट से सांसद (जेकेएनसी) सांसद हसनैन मसूदी ने भी चर्चा में भाग लिया. उन्होंने जम्मू कश्मीर में एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाओं की ओर सदन का ध्यान आकर्षित किया.

(इनपुट- पीटीआई-भाषा)

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