नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने सोमवार को कहा कि व्यापार और अन्य आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय समुद्री क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने की ज्यादा जरूरत है. सिंह ने नौसेना कमांडरों के सम्मेलन के दूसरे संस्करण को संबोधित करते हुए कहा कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र को 'नियम-कायदे पर आधारित नौवहन की स्वतंत्रता' और 'मुक्त व्यापार' जैसे सार्वभौमिक मूल्यों के साथ देखता है जिसमें सभी भागीदार देशों के हितों की रक्षा हो.
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता को लेकर वैश्विक चिंताएं बढ़ रही हैं. पिछले महीने भारतीय नौसेना के पनडुब्बी रोधी युद्धक कोर्वेट आईएनएस किलतान ने दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के युद्धपोत ऐनजैक के साथ सैन्य अभ्यास किया था, जहां चीनी सेना की दखलअंदाजी बढ़ रही है.
रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा, 'दुनिया भर में तेजी से बदलते आर्थिक और राजनीतिक संबंधों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ये आर्थिक हित संबंधों में कुछ तनाव पैदा करते हैं.' मंत्रालय के बयान के अनुसार, 'इसलिए व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए भारतीय समुद्री क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अधिक आवश्यकता है.'
सिंह ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने में भारतीय नौसेना की भूमिका आने वाले समय में कई गुना बढ़ने वाली है. चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है. दक्षिण चीन सागर हाइड्रोकार्बन का एक बड़ा स्रोत है. हालांकि, वियतनाम, फिलीपीन और ब्रूनेई सहित दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (आसियान) के कई सदस्य देश भी क्षेत्र पर अपना दावा करते हैं.