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राज्य पुलिस बलों और केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत : गृह मंत्री - DGP 56th Conference

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यहां डीजीपी और आईजीपी के 56वें ​​सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कोविड-19 महामारी के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा निभाई गई भूमिका और उनके बलिदान की भी सराहना की. बता दें कि शनिवार काे पीएम माेदी भी सम्मेलन काे संबाेधित करेंगे.

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Published : Nov 19, 2021, 9:17 PM IST

Updated : Nov 19, 2021, 9:46 PM IST

लखनऊ : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्य पुलिस बलों और केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया और माओवादी हिंसा तथा साइबर अपराध जैसे सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित कार्रवाई पर जोर दिया.

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गृह मंत्री ने राज्य पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय पर जोर दिया और प्रतिनिधियों से सम्मेलन में चर्चा के दौरान सामने आए सुझावों के समय पर कार्यान्वयन का आग्रह किया.

सुरक्षा व्यवस्था

शाह ने तटीय सुरक्षा, वामपंथी उग्रवाद, नशीले पदार्थों की तस्करी, साइबर अपराध और सीमा क्षेत्र प्रबंधन सहित सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया.

सम्मेलन में जेल सुधार, कट्टरपंथ से उत्पन्न चुनौतियों और पुलिस प्रशिक्षण सहित आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर सिलसिलेवार तरीके से चर्चा की गई. इस वर्ष सम्मेलन का आयोजन पहली बार ऑफलाइन तथा ऑनलाइन दोनों तरीकों से किया जा रहा है.

सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और सीएपीएफ के डीजी लखनऊ में पुलिस मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. गृह मंत्री ने खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों को मेधावी सेवा के लिए पुलिस पदक भी प्रदान किए.

उन्होंने नयी दिल्ली के सदर बाजार, ओडिशा के गंगापुर और हरियाणा के भट्टू कलां के थाना प्रभारियों को तीन सर्वश्रेष्ठ पुलिस थानों के लिए ट्राफियां भी प्रदान कीं.

दिल्ली के बाहर होने वाले इन सम्मेलनों में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं.

प्रधानमंत्री माेदी करेंगे तीन दिवसीय सम्मेलन में शिरकत

इस डीजी कॉन्फ्रेंस में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 व 21 नवंबर को शामिल होंगे. पीएम मोदी के सामने देश की आंतरिक सुरक्षा से लेकर बाहरी सुरक्षा, तटीय सुरक्षा, वामपंथी उग्रवाद, नारकोटिक्स, साइबर क्राइम जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करते हुए भविष्य की चुनौतियों से पार पाने की रणनीति बनाई जाएगी. वहीं, 19 नवंबर को गृह मंत्री शाह ने इन विषयों पर चर्चा करते हुए इन पर जोर देने की बात कही.

दरअसल, यह कॉन्फ्रेंस पुलिस मुख्यालय सिगनेचर बिल्डिंग में 19 से लेकर 21 नवंबर तक चलेगी. 20 व 21 नवंबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कांफ्रेंस में हिस्सा लेंगे. इस कॉन्फ्रेंस में देश के सभी राज्य केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस मुखिया शामिल होंगे.

ज्ञात हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महोबा झांसी के दौरे के बाद 19 नवंबर की रात करीब 9:00 बजे यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे. पीएम मोदी एयरपोर्ट से सीधे राजभवन पहुंचेंगे, जहां पर वह रात्रि विश्राम करेंगे. सुबह करीब 9:15 बजे से शाम 7:00 बजे तक ऑल इंडिया डीजी कॉन्फ्रेंस में शिरकत करेंगे. पीएम मोदी डीजी कांफ्रेंस में पुलिस अफसरों के साथ रात्रिभोज भी करेंगे.

साइबर डाटा, आतंकवाद समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर होगी चर्चा

कॉन्फ्रेंस में पैरा मिलिट्री फोर्सेज के मुखिया भी हिस्सा लेंगे, इस कॉन्फ्रेंस में साइबर क्राइम, डाटा गवर्नेंस आतंकवाद विरोधी चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, मादक पदार्थों की तस्करी में उभरते रुझान, जेल सुधार समेत कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. कॉन्फ्रेंस में आने वाले वीआइपीओ को देखते हुए उनकी सुरक्षा के दृष्टिगत कई स्थानों पर ट्रैफिक का डायवर्जन भी किया गया है.

चप्पे चप्पे पर पुलिस की निगरानी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजधानी लखनऊ आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. गोमती नगर विस्तार स्थित पुलिस मुख्यालय के आसपास व एयरपोर्ट से शहीद पथ व पुलिस मुख्यालय से लेकर राजभवन तक आने वाले रास्ते व अन्य मार्गों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के मद्देनजर राजभवन के करीब 4 किलो मीटर रेडियस को एसपीजी ने अपनी सुरक्षा निगरानी में लिया हुआ है, और एसपीजी के जवान राज भवन के आसपास सुरक्षा व्यवस्था की मुस्तैदी को लेकर पूरी नजर बनाए हुए हैं.

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Nov 19, 2021, 9:46 PM IST

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