नई दिल्ली : नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान एनडीएमसी के इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की भूमिका अहम होगी. सेंटर की मुख्य भूमिका होटल से सम्मेलन की जगह तक प्रतिनिधियों की आवाजाही में होगी. इसके अलावा ट्रैफिक, स्थानीय प्रदूषण स्तर और सड़कों के रखरखाव पर भी सेंटर की नजर रहेगी. उत्तर भारत के किसी भी स्थानीय निकाय में ऐसे सेंटर का गठन अपने किस्म का पहला प्रयोग है. इसे 2020-21 में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 65 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था.
शिखर सम्मेलन के लिए एनडीएमसी के इलाके में 16,000 स्मार्ट लाइट्स लगाई गई हैं. इन लाइट्स को भी सेंटर से नियंत्रित किया जाएगा. एनडीएमसी की योजना में स्मार्ट पार्किंग भी है. ऐसी 97 पार्किंग तैयार की गई है्ं, जिनमें 8,044 गाड़ियां खड़ी हो सकती हैं. हर पार्किंग के लिए हर घंटे, रोजाना, हफ्तावार और महीने के आधार पर शुल्क तय है. एनडीएमसी के कंट्रोल सेंटर में किसी भी समय कम से कम 50 कर्मचारी होंगे.
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि इसमें हमारे 50 लोग 24 घंटे दिन और रात काम कर रहे हैं. हम कई तरह की सर्विसेज यहां से मॉनिटर कर सकते हैं. यहां पर ट्रैफिक मूमेंट आप ले सकते हैं, ट्रैफिक में अगर कोई गड़बड़ होती है तो हमारे पास हॉट लाइन है ट्रैफिक पुलिस के साथ, उनके साथ आप कम्यूनिकेट कर सकते हैं. यहां से आप पार्किंग मेनेजमेंट कर सकते हैं. कितनी गाड़ियां वहां हैं किस गाड़ी को निकालना है. आप किसी व्यक्ति को भी यहां से ट्रैक कर सकते हैं कि उनके पास क्या है? कोई संदिग्ध चीज तो नहीं है? वो भी आप यहां से ट्रैक कर सकते हैं.