Watch Video : एनडीए मीटिंग में पीएम मोदी बोले- जो भी गठबंधन 'नकारात्मकता' के साथ बने वह कभी सफल नहीं हो पाए
एनडीए की बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई (NDA Meeting). मोदी समेत कई दलों के नेता इसमें शामिल हुए. बैठक को पीएम मोदी ने संबोधित किया, इस दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. मोदी ने कहा कि जो भी गठबंधन नकारात्मकता के साथ बने वह कभी भी सफल नहीं हो पाए.
पीएम मोदी
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Published : Jul 18, 2023, 5:21 PM IST
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Updated : Jul 19, 2023, 7:22 AM IST
सुनिए पीएम मोदी ने क्या कहा
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भी गठबंधन 'नकारात्मकता' के साथ बने वह कभी सफल नहीं हो पाए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का गठन देश में राजनीतिक स्थिरता लाने के लिए हुआ था.
राजग के नेताओं की यहां एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी का हो, जब गठबंधन भ्रष्टाचार की नीयत से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया गया हो तो ऐसा गठबंधन देश का बहुत नुकसान करता है.'
खास रिपोर्ट
मोदी ने कहा कि देश में राजनीतिक गठबंधनों की एक लंबी परंपरा रही है, लेकिन जो भी गठबंधन नकारात्मकता के साथ बने वह कभी भी सफल नहीं हो पाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 90 के दशक में देश में अस्थिरता लाने के लिए गठबंधनों का इस्तेमाल किया तथा कांग्रेस ने सरकारें बनाईं और सरकारें बिगाड़ीं.
उन्होंने कहा कि 1988 में राजग का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना उसका लक्ष्य नहीं था.
उन्होंने कहा, 'राजग किसी के विरोध में नहीं बना था, राजग किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था. राजग का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था. जब किसी देश में एक स्थिर सरकार होती है, तो देश एक साहसिक निर्णय लेता है जो देश के फलसफा को बदल देता है.'
एनडीए के घटक दलों से ईटीवी भारत की बातचीत
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में राजग के गठन के 25 साल पूरे हुए हैं और ये 25 वर्ष विकास और क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पूर्ति के रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजग का मतलब राज्यों के विकास के माध्यम से देश का विकास है.
उन्होंने कहा, 'नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (राजग) में एन का अर्थ 'न्यू इंडिया', डी का अर्थ 'डेवलप्ड नेशन' और ए का अर्थ है 'लोगों की आकांक्षा'. आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचित लोग राजग पर भरोसा करते हैं.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल, बालासाहब ठाकरे, अजित सिंह, शरद यादव जैसे नेताओं ने राजग को आकार देने में योगदान दिया. उन्होंने कहा, 'राजग अटल बिहारी वाजपेयी की विरासत है, लालकृष्ण आडवाणी ने भी इसको आकार देने में अहम भूमिका निभाई और वह हमारा अनवरत मार्गदर्शन कर रहे हैं.'
पीएम का किया स्वागत :इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक नेता के पलानीस्वामी और नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने किया. इस बैठक को बेंगलुरु में मेगा विपक्षी सम्मेलन से जोड़कर देखा जा रहा है. साथ ही इसे सत्तारूढ़ दल द्वारा शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है.
'समय की कसौटी पर खरा उतरा है राजग' :बैठक से पहले पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र का सत्ताधारी गठबंधन समय की कसौटी पर खरा उतरा है जो राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाना चाहता है और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है.
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'यह बहुत खुशी की बात है कि पूरे भारत से हमारे मूल्यवान सहयोगी आज दिल्ली में राजग की बैठक में भाग लेंगे. हमारा गठबंधन समय की कसौटी पर खरा उतरा है जो राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाना चाहता है और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है.'
चिराग पासवान को लगाया गले : बैठक में शामिल होने आए एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान ने जब मोदी के पैर छूए तो पीएम ने उन्हें गले लगाया. ग्रुप फोटो सेशन के दौरान बागी एनसीपी नेता अजित पवार, शिंदे, पलानीस्वामी, प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़े थे.
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने बैठक स्थल पर पहुंचे भाजपा के साथ-साथ सहयोगी दलों के नेताओं का स्वागत किया. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की यह पहली ऐसी बैठक है.
ये 41 दल हुए बैठक में शामिल :भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट ), एनसीपी ( अजित पवार गुट ), केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, एआईएडीएमके, अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस),मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा का नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी), नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो की नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी), झारखंड से सुदेश महतो वाली आजसू पार्टी (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन), सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग का सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम), मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा का मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), त्रिपुरा से आईपीएफटी शामिल हुआ.
इसी तरह नागालैंड, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में प्रभाव रखने वाला नागा पीपुल्स फ्रंट, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया(ए), असम गण परिषद, पीएमके.तमिल मनीला कांग्रेस (एम), यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल ( यूपीपीएल), ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), पंजाब से सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी शिरोमणि अकाली दल (यूनाइटेड), गोवा से महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) शामिल हुई.
इसी तरह से हरियाणा से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी), ओमप्रकाश बाबाराव कडू की प्रहार जनशक्ति पार्टी, महादेव जानकर की राष्ट्रीय समाज पक्ष (एनएसपी), विनयराव विलासराव कोरे की पार्टी जन सुराज्य शक्ति पार्टी, मणिपुर से जुड़ी टोंगमांग हाओकिप की कुकी पीपुल्स अलायन्स, मेघालय से जुड़ी मेटबाह लिंगदोह की यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, मेघालय से जुड़ी केपी पंगनियांग की हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी बैठक में शामिल हुई.
वहीं, संजय निषाद की पार्टी निषाद पार्टी, पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी की पार्टी अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस, जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना में काम कर रहे तेलुगु अभिनेता पवन कल्याण की पार्टी जनसेना पार्टी ( जेएसपी), हरियाणा में गोपाल कांडा की हरियाणा लोकहित पार्टी, केरल में तुषार वेल्लाप्पल्ली की भारत धर्म जन सेना, विष्णुपुरम चंद्रशेखरन की केरल कामराज कांग्रेस, तमिलनाडु की के कृष्णासामी कीपुथिया तमिलगम, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी( रामविलास), पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में प्रभाव रखने वाला गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट, उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक जनता दल ( आरएलजेडी), तमिलनाडु से आईएमकेएमके, असम से बोडो पीपल्स पार्टी शामिल हुई.
बैठक में अजित पवार ने कहा, महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में 45 सीटों पर चुनकर लाएंगे. 45 सीटें जीतने के लिए देवेन्द्र फड़णवीस के साथ मिलकर लड़ेंगे. लोकसभा चुनाव में हम साथ रहेंगे. साथ मिलकर लोकसभा की ज़्यादा सीटें लाएंगे. दोनों नेताओं ने 10-10 मिनट अपनी बात रखी. बैठक के बाद एनडीए के 25 साल पूरे होने के मौके पर एक साझा घोषणा पत्र जारी किया.
बैठक के बहाने शक्ति प्रदर्शन :एनडीए गठबंधन के 25 वर्ष पूरे होने और केंद्र में मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित एनडीए की बैठक को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है. कांग्रेस इसे पटना और बेंगलुरु बैठक का साइड इफेक्ट्स बता रही है, लेकिन जवाब में पलटवार करते हुए भाजपा उन्हें याद दिला रही है कि एनडीए गठबंधन को बने हुए 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं और 2014 एवं 2019 में स्पष्ट बहुमत प्राप्त करने के बावजूद भाजपा ने सहयोगी दलों का मान-सम्मान बरकरार रखते हुए उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया. उधर, विपक्षी दलों ने आज ही बेंगलुरु में अपनी दूसरी बैठक की और अपने गठबंधन का नाम 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)' रखा है.