नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (NCP supremo Sharad Pawar) ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकजुटता के प्रयासों के बीच गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress president Mallikarjun Kharge) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. माना जा रहा है कि खरगे के आवास पर हुई इस बैठक में विपक्षी एकजुटता को व्यापक और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई है. बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे.
बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए, रोजगार और महंगाई जैसे मुद्दों के लिए हम एक होकर लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं और एक-एक करके हम सबसे बात करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हम मिलकर देश के हित में काम करें और यही विचार पवार साहब का भी है. वहीं राहुल गांधी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और शरद पवार जी ने कहा है कि विपक्ष को एक करने की एक प्रक्रिया चालू हुई है...हम सब पार्टियां इस प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध हैं.
राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण यह बैठक उस समय हुई है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सबको एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं. यह मुलाकात इस संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है कि हाल ही में शरद पवार ने अडाणी मामले पर कांग्रेस से अलग रुख जाहिर किया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने पिछले दिनों कहा था कि अडाणी मामले में संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाता है तो केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसद में संख्याबल को देखते हुए उसमें (समिति में) उसका बहुमत होगा और इससे इस तरह की जांच के परिणाम पर संदेह उत्पन्न होगा.