मुंबई:इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) में गाजा पर आए प्रस्ताव पर भारत ने खुद को अलग कर लिया. इसको लेकर विपक्ष ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है. बता दें कि जार्डन के द्वारा पेश किए गए इस प्रस्ताव में इजरायल-हमास युद्ध को मानवीय आधार पर तत्काल रोकने की अपील की गई थी. वहीं भारत ने मांग की थी कि प्रस्ताव में संशोधन कर हमास के हमले की निंदा की जाए.
इसी मामले पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Ncp President Sharad Pawar) ने इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि फिलस्तीन के मुद्दे पर भारत सरकार के बीच असमंजस की स्थिति है. उन्होंने कहा कि भारत की नीति फिलिस्तीन का समर्थन करने की थी, इजरायल की नहीं. पवार ने कहा कि फिलिस्तीन में हजारों लोग मर रहे हैं और भारत ने कभी इसका समर्थन नहीं किया. शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के साथ एकजुटता व्यक्त की थी ताकि विदेश मंत्रालय बाद में कुछ अलग कह सके.