श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जम्मू-कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टियों पर अलगाववाद को बढ़ावा देने के लगाए गए आरोपों को बृहस्पतिवार को खारिज करते हुए कहा कि नेकां ने कुर्बानियां दी है और उसके कई नेता और कार्यकर्ता आतंकवाद की वजह से गत 35 सालों में मारे गए हैं.
अब्दुल्ला ने पांच पन्नों के जारी बयान में कहा, 'मैं बंदूक और पत्थर के बारे में शाह द्वारा कही गई कुछ बातों से विचलित नहीं होना चाहता हूं. गत 35 साल में मेरे सहयोगियों ने कुर्बानी दी है. कई नेकां नेता और कार्यकर्ता इन बंदूकों से मारे गए जिन्हें बांटने का आरोप अमित शाह जी हमपर लगा रहे हैं और यह इस आरोप का जवाब है.'
उल्लेखनीय है कि बुधवार को कश्मीर घाटी के बारामूला में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि लोगों के सामने दो मॉडल का विकल्प है... पहला प्रधानमंत्री मोदी का, जिसमें विकास, शांति और एकता, रोजगार बढ़ाने की बात होती है और दूसरा गुपकार मॉडल है जिसने पुलवामा हमला होने दिया. उन्होंने कहा था कि गुपकार मॉडल पाकिस्तानी आतंकवादियों को लेकर आता है, जबकि मोदी मॉडल 56,000 करोड़ रुपये का निवेश लेकर आता है जिससे पांच लाख रोजगार का सृजन होगा.
उन्होंने कहा था, 'गुपकार मॉडल में युवाओं के हाथों में पत्थर और मशीनगन मिलती हैं जबकि मोदी मॉडल में युवाओं को आईआईटी, एम्स, एनआईएफटी और नीट मिलता है.' अमित शाह द्वारा बारामूला की रैली में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देते हुए अब्दुल्ला ने ‘उनके और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला’ के शासन के दौरान जम्मू-कश्मीर में हुए विकास कार्यों का लेखाजोखा प्रस्तुत किया है.