नई दिल्ली: ऐसे समय में जब सुरक्षा एजेंसियां नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया है, नक्सली छोटे समूहों में बिहार और झारखंड में रंगदारी रैकेट चला रहे हैं. इसका खुलासा एक जांच में हुआ. इन दोनों राज्यों के नक्सल प्रभावित इलाकों से गिरफ्तार किये गये नक्सलियों से पूछताछ में पता चला है कि व्यापारियों, कोयला व्यापारियों और कॉरपोरेट घरानों से जबरन वसूली करने के अलावा, ये समूह कई मौकों पर सुरक्षा बलों पर हमले करने में भी शामिल रहे हैं.
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'इन छोटे समूहों को जबरन वसूली के रैकेट को अंजाम देने का काम सौंपा गया है क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों ने टेरर फंडिंग के मामलों में जांच तेज कर दी है. कई मौकों पर विस्फोट के मामलों में भी ऐसे छोटे समूहों की संलिप्तता पाई गई है.
अधिकारी ने कहा, 'वे सिर्फ लोगों को डराने के लिए बम विस्फोट की घटनाओं में शामिल हो जाते हैं. अधिकारी ने कहा, 'हालांकि सटीक आंकड़ा देना मुश्किल है, लेकिन जबरन वसूली की राशि करोड़ों में जाती है.' अधिकारी ने कहा, 'नक्सल बिहार और झारखंड में बैंकों, सार्वजनिक और निजी संपत्तियों की लूट में भी शामिल रहे हैं.'