कांकेर:बीते दिनों नक्सलियों के डीवीसी सचिव दर्शन पददा और स्मॉल एक्शन टीम कमांडर जागेश सलाम को कड़मे मुठभेड़ में ढेर करने का दावा सुरक्षाबलों ने किया था. जिसका खंडन करते हुए उत्तर बस्तर डीविजनल कमेटी के सचिव सुकदेव कौडों ने प्रेस नोट जारी किया है. नक्सलियों ने पर्चे में जिक्र किया है कि "सुरक्षाबलों का यह मुठभेड़ का दावा फर्जी है. सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दोनों नक्सलियों को नहीं मारा बल्कि उनका एनकाउंटर किया है. इसका जिम्मेदार विधायक अनूप नाग और कांग्रेस पार्टी है."Naxalites had encounter in Kanker
नक्सलियों ने पर्चे में जिक्र किया है कि "उनके दो नक्सली साथी दर्शन और जागेश कुछ काम के चलते ब्रेहाबेड़ा निवासी मन्ना नुरूटी और लोहतर निवासी दशरू हुपोंडी के साथ जा रहे थे तभी चारों को रात करीब 10 से 11 बजे के आसपास पखांजुर और संगम के बीच रास्ते में किसी मुखबिर की सूचना पर अर्धसैनिक बल और डीआरजी के जवानों ने गिरफ्तार किया. दो नक्सलियों की मुठभेड़ में मौत नहीं हुई बल्कि पकड़कर गोली मारी गई है. " नक्सलियों ने दो ग्रामीणों मन्ना नुरूटी और दशरू हुपोंडी को तत्काल रिहा करने की मांग भी की है.
बौखलाहट में नक्सली मुठभेड़ को बताते हैं फर्जी: नक्सलियों के प्रेस नोट को लेकर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि " 30 अक्टूबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें दो बड़े नक्सली कमांडर ढेर हुए थे. इस संबंध में नक्सलियों ने बौखलाहट में पर्चा जारी किया है. ऐसा वे हमेशा ही करते हैं. मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ करार देते हैं. ऐसा इस बार भी उन्होंने किया है. सर्चिंग के दौरान दो लोग हिरासत में लिए गए थे. उनके बारे में खुलासा हुआ है कि वे दोनों नक्सलियों के साथ मिलकर संघम सदस्य के रूप में काम करते हैं. उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. "