बस्तर: छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद लाल आतंक की धमक देखने को मिल रही है. नक्सली अपने नापाक इरादों को अंजाम देने में जुटे हैं. हालांकि कई बार उनकी नापाक साजिश नाकाम हो गई, लेकिन कई बार उन्होंने छत्तीसगढ़ की धरती को लहुलूहान भी किया.
नक्सलियों की पैठ वाले जिले: नक्सलियों की नापाक हरकत जानने से पहले हम आपको ये बताते हैं कि, नक्सलियों की पैठ वाले प्रदेश में कितने जिले हैं. छत्तीसगढ़ में 33 जिले हैं. इनमें से छत्तीसगढ़ के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं. पहले उन जिलों का नाम बताते हैं.
- बस्तर
- दंतेवाड़ा
- कोंडागांव
- बालोद
- कवर्धा
- बलरामपुर
- बीजापुर
- कांकेर
- महासमुंद
- सुकमा
- गरियाबंद
- नारायणपुर
- धमतरी
- राजनांदगांव
चुनाव के दौरान खूनी खेल: चुनाव के दौरान अक्सर देखने को मिलता है कि, नक्सली वारदातों को अंजाम देते हैं. इस बार भी ऐसा हुआ. 24 नवंबर 2023 को नक्सलियों ने नारायणपुर के लौह अयस्क खदान को निशाना बनाया. आईईडी से धमाका किया, इस धमाके में दो मजदूर मौत की आगोश में चले गए. विस्फोट में एक मजदूर बुरी तरह से जख्मी हो गया. बता दें कि आमदई घाटी लौह अयस्क खदान का नक्सली शुरू से ही विरोध कर रहे हैं.
कांकेर में तबाही का सामान मिला: 24 नवंबर 2023 को नारायणपुर के अलावा नक्सलियों ने कांकेर के आमाबेड़ा में भी नापाक साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे. यहां पर वे सफल नहीं हो सके. सुरक्षा बलों से उनका सामना हो गया. नक्सली और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. जवानों की हिम्मत देख नक्सली पीठ दिखाकर भागने में ही अपनी भलाई समझे. मुठभेड़ की जगह से सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों ने एक देसी रॉकेट लॉन्चर बरामद किया.