मुंबई:राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल (NCP state president Jayant Patil) ने कहा कि नबाव मलिक से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा. राज्य में 2024 तक महाविकास अघाड़ी सरकार बने रहने की बात करते हुए पाटिल ने यह भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस को अब सही प्रतिद्वंद्वी की जिम्मेदारी निभानी चाहिए.
राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने कुर्ला में एक भूमि अधिग्रहण मामले में गिरफ्तार किया है. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने जानकारी दी है कि अन्य मंत्रियों को उनके काम की जिम्मेदारी दी जाएगी. वर्तमान में नवाब मलिक गोंदिया और परभणी जिलों के संरक्षक मंत्री भी हैं. पार्टी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में हुई बैठक में मंत्री धनंजय मुंडे को परभणी और मंत्री प्राजकत तानपुरे को गोंदिया जिले के संरक्षक मंत्री की जिम्मेदारी दी गई.
इसके अलावा नवाब मलिक कौशल विकास और अल्पसंख्यक मामलों के कैबिनेट मंत्री हैं. हालांकि बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि किन अन्य मंत्रियों को विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है. क्योंकि वह फिलहाल गिरफ्तार हैं. सूत्रों के अनुसार कौशल विकास मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे को और अल्पसंख्यक विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी मंत्री जितेंद्र आव्हाड को दी जाएगी.
इस संबंध में एक प्रस्ताव मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजा जाएगा और मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद संबंधित विभाग की जिम्मेदारी अन्य मंत्रियों को स्थानांतरित कर दी जाएगी. यह भी पता चला है कि नवाब मलिक गैर-जवाबदेह मंत्री के रूप में राज्य सरकार में बने रहेंगे. जयंत पाटिल ने कहा कि नवाब मलिक और अनिल देशमुख को गलत तरीके से फंसाने की कोशिश की जा रही है.
मौजूदा वित्तीय वर्ष 31 मार्च को समाप्त हो रहा है और नवाब मलिक वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं. इसलिए उनके खाते के साथ-साथ जिले के संरक्षक मंत्री के संबंध में 31 मार्च से पहले निर्णय लेने की आवश्यकता है. इसलिए बैठक में नवाब मलिक की जिम्मेदारी राकांपा से अन्य मंत्रियों को सौंपने पर चर्चा हुई. एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की गुरुवार शाम मुंबई (सिल्वर ओक) स्थित एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता शरद पवार ने की और इसमें प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, वित्त मंत्री अजीत पवार, मंत्री धनंजय मुंडे, मंत्री जितेंद्र आव्हाड, सांसद सुप्रिया सुले, मंत्री छगन भुजबल और राकांपा के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल शामिल हुए.
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देवेंद्र फडनवीस ने हाल ही में नागपुर में कहा था कि 2024 के बाद महाराष्ट्र में सरकार बदल जाएगी. इस पर जयंत पाटिल ने कहा कि विपक्ष भी आश्वस्त है कि महा विकास अघाड़ी की सरकार 2024 तक सत्ता में रहेगी. साथ ही वह (देवेंद्र फडणवीस) इसके खिलाफ बैठने वाले हैं. जयंत पाटिल ने देवेंद्र फडणवीस को एक उपयुक्त प्रतिद्वंद्वी के रूप में कार्य करने की सलाह भी दी.