नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने अरब सागर में भारत के पश्चिमी तट के पास मंगलूर बंदरगाह जाने वाले एक मालवाहक जहाज पर संदिग्ध ड्रोन हमले की जांच शुरू कर दी है. मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि वाणिज्यिक जहाज मुंबई की ओर जा रहा है.
'यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस' (यूकेएमटीओ) द्वारा एमवी केम प्लूटो पर ड्रोन 'हमले' की सूचना दिए जाने के तुरंत बाद नौसेना और भारतीय तटरक्षक शनिवार को एक युद्धपोत और समुद्री गश्ती विमान सहित अपने संसाधन तैनात करके कार्रवाई में जुट गए. वाणिज्यिक जहाज में मौजूद चालक दल में लगभग 20 भारतीय सदस्य थे. इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
अधिकारियों ने कहा कि लाइबेरिया का ध्वज वाला जहाज अब मुंबई की ओर जा रहा है और भारतीय तटरक्षक जहाज आईसीजीएस विक्रम उसे सुरक्षा प्रदान कर रहा है. एक अधिकारी ने मामले की संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नौसेना ने हमले की प्रकृति सहित घटना की जांच शुरू कर दी है.
एक अन्य अधिकारी ने कहा, सऊदी अरब के अल जुबैल बंदरगाह से नव मंगलूर बंदरगाह के लिए कच्चा तेल ले जा रहा जहाज पोरबंदर से लगभग 217 समुद्री मील की दूरी पर इस हमले का शिकार हो गया.
आईएनएस मोरमुगाओ भेजा :अधिकारियों ने कहा कि नौसेना ने शनिवार को ड्रोन हमले के स्थान पर 'स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक' आईएनएस मोरमुगाओ को भेजा और अधिकारियों ने कहा कि युद्धपोत हमले से संबंधित विभिन्न विवरणों की जांच करने की प्रक्रिया में है.यह घटना इजराइल-हमास संघर्ष के बीच ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में जहाजों पर हमले तेज करने की पृष्ठभूमि में हुई है.
कल देर रात, भारतीय तट रक्षक ने कहा कि वाणिज्यिक पोत 'केम प्लूटो' ने अपनी बिजली उत्पादन प्रणालियों पर क्षति का आकलन और मरम्मत करने के लिए मुंबई तट की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है.
उसने कहा, 'तटरक्षक डोर्नियर विमान ने क्षेत्र का निरीक्षण कर और केम प्लूटो के साथ संचार स्थापित कर लिया है. जहाज ने नुकसान का आकलन करने और अपनी बिजली उत्पादन प्रणालियों की मरम्मत करने के बाद मुंबई की ओर जाना शुरू कर दिया है.'