नई दिल्ली:महाराष्ट्र से सांसद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे को खुली चुनौती देते हुए कहा कि वे सीट डिसाइड करें और वह उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगी. हनुमान चालीसा मसले पर महाराष्ट्र में राजद्रोह का मुकदमा झेल रहे राणा दंपति अब दिल्ली में चालीसा का पाठ करेंगे.
ननीत राणा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वह और उनके समर्थक 14 मई को दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. इस सवाल पर कि दिल्ली में भी भाजपा की सरकार नहीं है तो क्या आपको लगता है कि कुछ लोग यहां भी विरोध कर सकते हैं. सांसद नवनीत राणा ने कहा कि इस सवाल पर अभियान ने विचार नहीं किया है लेकिन आपके सवाल में सोचने को मजबूर कर दिया है. हमें यह विश्वास है कि दिल्ली में लॉयन ऑर्डर केंद्र सरकार के पास है और यहां पर सब कुछ सही ढंग से चलता है.
ईटीवी भारत से बोलीं नवनीत राणा सांसद नवनीत राणा ने कहा कि जिस तरह से महाराष्ट्र में उनके हनुमान चालीसा पढ़ने पर विरोध हुआ और उद्धव ठाकरे ने 124ए सेक्शन लगाकर राजद्रोह का मुकदमा उन पर चलाया, इसे पूरे देश ने देखा है. मुझे लगता है कि उद्धव ठाकरे की सरकार एक महिला से डरकर ऐसे कदम उठा रही है. इस सवाल पर कि राजद्रोह कानून पर अदालत में विचार चल रहा है और इसे फिलहाल बदला भी जा सकता है. सरकार भी अब इसमें बदलाव के लिए विचार करने को तैयार है.
क्या आपको लगता है कि इस धारा 124 ए का मिसयूज हो रहा है? इस पर नवनीत राणा ने कहा कि यह उस समय का कानून है, जब अंग्रेज भारत में राज करते थे. वह हर ऐसे व्यक्ति पर जो सरकार के खिलाफ बोलता था उन पर राजद्रोह का मुकदमा चलाते थे. मगर अब उद्धव ठाकरे की सरकार और कुछ सरकार इस कानून का मिसयूज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राजद्रोह का मुकदमा राष्ट्र के खिलाफ काम करने पर लगाने का प्रावधान है लेकिन उद्धव ठाकरे की सरकार ने एक महिला वह भी चुने हुए प्रतिनिधि पर लगाया. वह भी सिर्फ इसलिए कि हमने हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश की.
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