चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को चंडीगढ़ में पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और कई मुद्दों को लेकर ज्ञापन सौंपा. सिद्धू ने ज्ञापन में पंजाब की भागवत मान सरकार की तरफ से चुनाव के दौरान किए गए वादों, किसानों को गेहूं पर 500 रुपये बोनस और बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर चिंता जताई. ज्ञापन सौंपने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब के संवेदनशील मुद्दों पर राज्यपाल ने तकरीबन 17 मिनट तक बातचीत की और उन्हें सरकार के साथ इन मुद्दों को उठाने का आश्वासन दिया है.
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के 40 दिन के कार्यकाल में ही जनता के सामने इनकी पोल खुल चुकी है. जनता को पता चल चुका है कि ये लोग सपनों के सौदागर हैं और सत्ता हासिल करने के लिए इन्होंने झूठ बोला. उम्मीदों को टूटता हुआ देखकर पंजाब के ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. सिद्धू ने कहा कि पंजाब में संसाधनों को बढ़ाए बिना लोगों के साथ किए गए वादों को सरकार पूरा नहीं कर सकती है. पंजाब की वित्तीय हालत बहुत ही खराब है. जीडीपी का 55 फीसदी कर्ज भरने में चला जाता है. बाकी पेंशन और वेतन भुगतान में चला जाता है. बिजली विभाग करीबन 17,000 करोड़ रुपये के कर्ज से दबा है. सैलरी देने के लिए उसे हाल ही में कर्ज लेना पड़ा. ऐसे हालात में पंजाब की जनता के साथ किए गए बाकी वादे कैसे पूरे होंगे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि आज पंजाब में लगभग 8000 मेगावाट बिजली की जरूरत है. लेकिन सरकार के थर्मल प्लांट खस्ताहाल हैं. पर्याप्त मात्रा में कोयला नहीं है. सिद्धू ने कहा कि अभी तो लोग ट्रेलर देख रहे हैं, फिल्म आनी बाकी है. अगले महीने से धान की रोपाई का सीजन शुरू हो जाएगा. तब पंजाब में बिजली की खपत 15,000 मेगावाट तक पहुंच जाएगी. वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में दो घंटे बिजली दी जा रही है. नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान सभी वर्गों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया गया था, लेकिन अब सामान्य वर्ग की उपेक्षा की जा रही है, जो सरकार के दोगलेपन को दर्शाता है.