वाराणसी:कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को 4 दिवसीय निजी दौरे पर पत्नी के साथ पहुंचे. सिद्धू धर्मपत्नी के साथ बाबा विश्वनाथ मंदिर जाएंगे. काशी में 4 दिन रहने के बाद वापस दिल्ली लौट जाएंगे. सिद्धू वाराणसी अपनी पत्नी की इच्छा पूरी करने और बचपन की यादें करने पहुंचे हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए सिद्धू ने कहा कि उनका यह व्यक्तिगत दौरा है. वे किसी राजनीतिक यात्रा या कैंडिडेट के प्रचार के लिए नहीं आए हैं. यहां चार दिन रहकर वाराणसी घूमना चाहते हैं.
पत्नी की इच्छा पूरी करने आए बनारस:नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उनकी धर्मपत्नी कैंसर से पीड़ित हैं. वह बाबा विश्वनाथ की नगरी आना चाहती थी, इसलिए वह उनकी इच्छा पूरी करने के लिए काशी लेकर आए हैं. सिद्धू ने आगे कहा कि उनका काशी आने का लक्ष्य केवल बाबा विश्वनाथ और मां विशालाक्षि के दर्शन करना है. शक्तिपीठ माता विशालाक्षि की शरण में 3 से 4 दिन बिताना चाहते हैं. उनका कहना है कि वह बनारस चोरी से नहीं आना चाहते थे. वाराणसी उनके बचपन की नगरी है. यहां उन्हे कभी किसी का भी भय नहीं हुआ है.
काशी में बिताएंगे चार दिन:सिद्धू ने कहा कि 'जब भी बाबा से प्रार्थना करता हूं, तो शीश झुका कर यही कहता हूं कि मुझे मरना नहीं आता है. मुझे अपना बना लेना और सुख-दुख में साथ देना. भगवान के साथ मैं कभी सौदेबाजी नहीं करता. उन्होंने बताया कि मेरी मां एक हिंदू थीं. वह मां दुर्गा की उपासक थीं. मैं काशी के मंदिरों में जाना चाहता हूं. बाबा विश्वनाथ का नया धाम नहीं देखा. उसे भी देखना चाहता हूं.