चंडीगढ़:पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद जहां कांग्रेस पार्टी मंथन कर रही है, वहीं पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा जोरों पर है. इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. सिद्धू शनिवार को सुल्तानपुर लोधी पहुंचे और यहां उन्होंने विधायक नवतेज सिंह चीमा के आवास पर मौजूदा व पूर्व विधायकों के साथ बंद कमरे में बैठक की. बैठक में किस मुद्दे पर गहन मंथन हुआ है, इसके बारे में सिद्धू ने मीडिया के सामने कुछ नहीं बताया.
जब मीडिया ने सिद्धू से सवाल किया तो उन्होंने बात करने से इंकार कर दिया. सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल पर फोटो साझा कर लिखा कि ‘पंजाब दी हक-सच्च दी लड़ाई नेक-नियति ते ईमानदारी नाल लड़ांगे’. बताया जाता है कि बैठक में कांग्रेस के 15 से 20 विधायक और पूर्व विधायक शामिल हुए. जिस तरह से सुल्तानपुर लोधी में कांग्रेस के कुछ मौजूदा व पूर्व विधायकों के अलावा शीर्षस्थ नेतागण जुटे हैं, इस लिहाज से सिद्धू का पहली बार कांग्रेस दिग्गजों के साथ बैठक करना पंजाब कांग्रेस में आगामी दिनों में एक नए सूर्य के उदय की आहट है.
इसी क्रम में बैठक में मौजूद रहे कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब कांग्रेस विधायक, पूर्व विधायक, 2022 उम्मीदवार और पीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष ने पंजाब के हक की लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए सुल्तानपुर लोधी में अहम बैठक की. उन्होंने कहा कि हम सभी को उम्मीद है कि पार्टी लोगों द्वारा किए गए परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए योग्यता और ईमानदारी के आधार पर निर्णय लेगी ताकि पंजाब में कांग्रेस की विश्वसनीयता जल्द से जल्द बहाल हो सके.
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बता दें पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा और मणिपुर के पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों के इस्तीफे की मांग की थी. पार्टी ने कहा है कि इन प्रदेश अध्यक्षों के इस्तीफे के बाद इन राज्यों में संगठन का पुनर्गठन किया जाएगा और नए लोगों को बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी. सोनिया गांधी के कहने पर ही नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.