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करतारपुर में इमोशनल हुए सिद्धू, इमरान खान को बता दिया 'बड़ा भाई', भाजपा ने घेरा

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर पहुंचने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को 'बड़ा भाई' बताया. सिद्धू के इस बयान पर विवाद होना तय माना जा रहा है. बता दें, पूर्व क्रिकेटर सिद्धू पहले भी पाकिस्तान जाकर विवादों में घिर चुके हैं. साल 2018 में इस्लामाबाद में इरमान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के गले लगने के कारण सिद्धू को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.

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Published : Nov 20, 2021, 1:32 PM IST

Updated : Nov 20, 2021, 3:04 PM IST

नवजोत सिंह सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू

नई दिल्ली/इस्लामाबाद : पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू इमरान और पाकिस्तान को लेकर एक बार फिर विवाद में घिर गए हैं. सिद्धू शनिवार को गुरुद्वारा करतारपुर साहिब मत्था टेकने पहुंचे थे. वह भारत की ओर जाने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं के तीसरे जत्थे में शामिल हैं. करतारपुर में उनका धूमधाम से स्वागत किया गया. करतारपुर पहुंचे सिद्धू पर पाकिस्तानी अधिकारियों ने फूल बरसाए और फूलों की माला पहनाई. इस दौरान सिद्धू ने करतारपुर परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद लतीफ से भी बातचीत की और कहा कि पाक प्रधानमंत्री इमरान खान मेरे बड़े भाई की तरह हैं. उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया है. करतारपुर साहिब कॉरिडोर के फिर से खुलने पर पंजाब सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रयासों से यह संभव हुआ है.

सिद्धू ने इमरान खान को बताया 'बड़ा भाई'

सिद्धू के इस बयान को लेकर भाजपा ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है. भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने सिद्धू के ताजा बयान वाले वीडियो को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा, 'राहुल गांधी के चहेते नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना 'बड़ा भाई' कहते हैं. पिछली बार उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल बाजवा को गले लगाया था, उनकी जमकर तारीफ की थी.' राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए अमित मालवीय ने सवाल किया, 'क्या यह कोई आश्चर्य की बात है कि गांधी भाई-बहनों ने अनुभवी अमरिंदर सिंह की जगह पाकिस्तान से प्यार करने वाले सिद्धू को तरजीह दी?

अमित मालवीय का ट्वीट

बता दें कि पिछली बार 2019 में करतारपुर कॉरिडोर की पहली यात्रा के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू और इमरान खान काफी गर्मजोशी मे मिले थे. अगस्त 2018 में सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था, जिस पर काफी बवाल हुआ था. इस विवाद में कांग्रेस भी असहज हो गई थी.

भारत सरकार ने 17 नवंबर से वीजा मुक्त 4.7 किलोमीटर लंबे करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने का फैसला किया था. इसे कोविड महामारी के मद्देनजर बंद कर दिया गया था. यह कॉरिडोर भारतीय सीमा को पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है. करतारपुर साहिब सिखों के प्रथम गुरु, गुरुनानक देव जी का निवास स्थान था.

जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाते सिद्धू

बता दें कि करतारपुर साहिब के दौरे को लेकर भी कांग्रेस में जमकर गुटबाटी हुई है. 18 नवंबर को पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी अपने वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, लोक निर्माण मंत्री विजय इंद्र सिंगला, कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह और अन्य विधायकों को साथ करतार साहिब के दर्शन किए थे. श्रद्धालुओं को पहले जत्थे में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का नाम नहीं था. चर्चा यह है कि सीएम चन्नी अपने साथ सिद्धू को साथ ले जाना चाहते थे, मगर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अपने साथ समर्थकों को ले जाने पर अड़ गए.

यह भी पढ़ें- करतारपुर : सीएम चन्नी ने इमरान खान को कहा शुक्रिया, भाजपा ने मोदी को दिया श्रेय

सिद्धू के रुख को देखते हुए पंजाब सरकार ने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को लिस्ट भेजकर उनका नाम करतारपुर जाने वाले तीसरे जत्थे में शामिल करा दिया. पंजाब सरकार की ओर से भेजी गई तीसरी लिस्ट नवजोत सिंह सिद्धू का नाम छठे स्थान पर था. विदेश मंत्रालय ने सुरक्षा कारणों से पंजाब सरकार को सभी वीआईपी को एक साथ नहीं भेजने की सलाह दी थी. इस हिसाब से करतारपुर दर्शन के लिए 18, 19 और 20 नवंबर की तारीख तय की गई थी. सिद्धू के साथ गए श्रद्धालुओं के जत्थे में पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, मंत्री परगट सिंह, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, कार्यकारी प्रधान कुलजीत नागरा, पवन गोयल शामिल हैं.

Last Updated : Nov 20, 2021, 3:04 PM IST

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