चंडीगढ़ : चंडीगढ़ में रह रहे अफगानी छात्रों से नवजोत सिंह सिद्धू ने मुलाकात की. सिद्धू ने आश्वासन दिया कि जब तक वह पंजाब में है सरकार उनका साथ देगी.
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद से शहर के लोगों से अपील की जा रही है कि अफगानी छात्रों की मदद की जाए क्योंकि वह आर्थिक तौर पर अपने घर का किराया नहीं दे पा रहे हैं और अन्य खर्चे भी नहीं कर पा रहे हैं.
इसको लेकर मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा गया था और पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले अफगानी छात्रों के लिए मदद की मांग की गई थी. जिसके बाद पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू और उनके साथ कार्यकारी प्रधान कुलजीत नागरा छात्रों से मिलने पहुंचे.
मुलाकात में कहा गया कि भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती हजारों साल पुरानी है. वर्तमान में चंडीगढ़ में लगभग 80 से 90 अफगान युवा और युक्तियां है कई तरह की समस्याएं आ रही है क्योंकि कई छात्रों के कोर्स पूरे हो चुके हैं. लेकिन वे इस वक्त अफगानिस्तान के हालातों को देखते हुए वापस नहीं जा सकते और उनके माता-पिता उनकी पढ़ाई के लिए या और खर्चों के लिए वहां से पैसे नहीं भेज सकते ऐसे में उनका यहां पर रहना मुश्किल हो रहा है.
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चंडीगढ़ में अफगान स्टूडेंट यूनिटी ग्रुप के संस्थापक अब्दुल मुनीर काका ने कहा कि अफगानिस्तान में जो हालात हैं उससे वहां की राज्य मशीनरी चरमरा गई है. वह सभी इस त्रासदी से मानसिक और आर्थिक रूप से प्रभावित हुए हैं. अफगानिस्तान में सरकारी बैंकों को बाधित कर दिया गया है जिसके कारण हम अपने देश से पैसे प्राप्त करने में असमर्थ है. इसने हम सभी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं क्योंकि हम अपने घर का किराया देने में असमर्थ है किराना, स्टेशनरी, किताबें आदि नहीं खरीद सकते.
उन्होंने कहा कोर्स पूरा होने के कारण आईसीसीआर स्कॉलरशिप ही समाप्त हो गई है. हम में से कुछ लोग इंटरनेट के पेंडिंग बिल का भुगतान करने में असमर्थ होने के कारण ऑनलाइन कक्षाओं को अटेंड नहीं कर पा रहे हैं.