हैदराबाद :हैदराबाद में लोकप्रिय वार्षिक व्यापार मेले 82वें अखिल भारतीय औद्योगिक प्रदर्शनी 'नुमाइश' के लिए मंच सज चुका है. नुमाइश को दुनिया की सबसे पुरानी वार्षिक उपभोक्ता प्रदर्शनियों में से एक के रूप में जाना जाता है. नए साल के साथ इसकी रंगारंग शुरुआत होगी. हर साल लगने वाली 45 दिवसीय प्रदर्शनी के लिए शहर के बीचोबीच नामपल्ली के विशाल नुमाइश मैदान में 2,400 स्टॉल लगाए गए हैं (National Trade Fair in Nampally Hyderabad).
प्रदर्शनी सोसायटी ने पिछले दो वर्षो के दौरान पेश आ रही समस्याओं को देखते हुए व्यापारियों और आगंतुकों के लिए विस्तृत व्यवस्था की है. अखिल भारतीय औद्योगिक प्रदर्शनी सोसायटी के सचिव आदित्य मार्गम ने उम्मीद जताई कि इस साल के संस्करण से व्यापारियों को विभिन्न कारणों से पिछले दो वर्षो में हुए नुकसान से उबरने में मदद मिलेगी.
आयोजकों ने देश के विभिन्न हिस्सों के व्यापारियों और विभिन्न व्यापारिक संगठनों को मेले में अपने उत्पाद बेचने के लिए स्टॉल आवंटित किए हैं. प्रदर्शनी प्रतिदिन दोपहर 3.30 बजे से शुरू होगी, जो रात 10.30 बजे तक खुली रहेगी. आयोजकों ने प्रवेश शुल्क 30 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये प्रति व्यक्ति कर दिया है.
उन्होंने कहा कि पूरे मैदान में मुफ्त वाई-फाई उपलब्ध कराया जाएगा. समाज ने संचार और व्यावसायिक गतिविधि की सुविधा प्रदान करने के लिए बीएसएनएल के साथ करार किया है. व्यापारियों ने पिछले सप्ताह शिकायत की थी कि वाई-फाई नहीं होने से वित्तीय लेन-देन इलेक्ट्रॉनिक मोड से प्रभावित होता है.
साल 2019 में इस मेले में भीषण आग लग गई थी, जिसको देखते हुए आयोजकों ने 2.8 किमी लंबी पानी की पाइपलाइन बिछाकर इसे 1.50 लाख लीटर की क्षमता वाले दो हौजों से जोड़कर एक भूमिगत अग्निशमन प्रणाली तैयार की है. कोविड-19 का संक्रमण फैलने की आशंका के कारण 2020 में प्रदर्शनी आयोजित नहीं की जा सकी. प्रदर्शनी अपने इतिहास में तीसरी बार आयोजित नहीं की जा सका थी.
पिछले साल कोविड-19 के प्रसार की जांच के लिए सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के मद्देनजर राज्य के राज्यपाल द्वारा उद्घाटन के एक दिन बाद नुमाइश को स्थगित कर दिया गया था. बाद में इसका आयोजन 25 फरवरी से किया गया. अखिल भारतीय औद्योगिक प्रदर्शनी सोसाइटी (एआईआईईएस), जो 80 वर्षो से मेले का आयोजन कर रही है, ने कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और सभी स्टॉल मालिकों के टीकाकरण जैसे विभिन्न उपाय किए थे.
इस साल भी दूसरे देशों में कोविड-19 के मामलों में उछाल और भारत में उठाए गए एहतियाती कदमों के चलते अंतिम समय तक अनिश्चितता का माहौल बना रहा. हालांकि, राज्य सरकार ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इसे आयोजित करने की अनुमति दी.