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स्टार्टअप से कारोबार के क्षेत्र में पैदा हो रहे नये रोजगार, बदल रही युवाओं की तकदीर - Startups In India

National Startup Day : स्टार्टअप से व्यवसाय के नये अवसर पैदा हो रहे हैं. सरकार, बैंकिंग संस्थाएं व अन्य एजेंसियां की ओर से स्टार्टअप प्रोत्साहन के लिए संसाधन और पूंजी के लिए लगातार नीतियों को सुलभ बना रहे हैं, पढ़े पूरी खबर..

National StartUP Day
स्टार्टअप

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 15, 2024, 11:32 PM IST

Updated : Jan 16, 2024, 12:06 PM IST

हैदराबाद :स्टार्टअप एक ऐसा उद्यम है जो उसके संस्थापकों की किसी अवधारणा या मुद्दे के आधार पर शुरू किया जाता है जो व्यापार जगत पर बड़ा प्रभाव डालने की क्षमता रखता है. स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 में 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस घोषित किया था. 16 जनवरी 2024 को स्टार्टअप इंडिया के लॉन्च के 8 अद्भुत वर्ष पूरे हो रहे हैं. राष्ट्र निर्माण, सामाजिक, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता में स्टार्टअप की भूमिका महत्वपूर्ण है.

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस

भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में स्टार्टअप की भूमिका
नौकरी सृजन में स्टार्ट-अप नए आविष्कारों के केंद्र हैं. इसका अर्थ है कि वे नौकरियां और अधिक करियर विकल्प पैदा करते हैं. पीयूष गोयल के अनुसार 30 अप्रैल 2023 तक देश में 98000 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप ने 10.34 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां पैदा की हैं. स्टार्टअप भारत के निर्यात क्षेत्र को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अनुमान के मुताबिक, भारत के सॉफ्टवेयर सेवाओं के निर्यात में 17.2 फीसदी की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 2021-22 की अवधि के दौरान 156.7 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया.

स्टार्टअप के लिए चुनौतियां से भरा रहा 2023
2023 स्टार्टअप्स की फंडिंग के लिए काफी खराब साल था. स्टार्टअप फंडिंग में 2022 में 25 बिलियन डॉलर और 2021 में 38 बिलियन डॉलर से 2023 में 11 बिलियन डॉलर की भारी गिरावट आई. कारोबार की संख्या भी 2021 में 1625 से घटकर 2022 में 1556 और 2023 में 984 हो गई. जैसा कि कहा गया है 2023 में फंडिंग की मात्रा 2020 के बराबर है.

स्टार्टअप से उम्मीदें

  1. माना जाता है कि भारत में स्टार्टअप बूम के साथ आर्थिक उन्नति और रचनात्मकता का एक नया युग शुरू हुआ है.
  2. उनकी बदौलत भारतीय स्टार्टअप देश की जीडीपी में अहम योगदान देने को तैयार हैं
    राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
  3. युवाओं, डिजिटल दक्षता, सरल नियम और व्यावहारिक समस्या-समाधान का शक्तिशाली मिश्रण है
  4. आने वाले वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था अनिवार्य रूप से और अधिक निर्भर हो जाएगी.
  5. स्टार्टअप चूंकि नौकरियां पैदा करते हैं, नवीन प्रौद्योगिकी पेश करते हैं और उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव लाते हैं.
  6. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में भारत दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनेगा.

2023 में स्टार्टअप्स में सौदों की शीर्ष 5 शहरवार संख्या

  1. बेंगलुरु- 433
    राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
  2. दिल्ली- 217
  3. मुंबई- 142
  4. चेन्नई- 39
    राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
  5. पुणे- 35

2023 में शीर्ष 5 सेगमेंट वार स्टार्टअप्स में सौदों की संख्या

  1. ई-कॉमर्स- 167
    राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
  2. फिनटेक- 129
  3. सास- 108
  4. हेल्थटेक- 77
  5. ईवी-51

2023 में भारत के कुछ सफल स्टार्टअप

  1. जेप्टो
  2. ब्लूस्मार्ट
  3. डिट्टो बीमा
    राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
  4. स्काईरूट एयरोस्पेस
  5. पॉकेट एफएम

भारत में स्टार्टअप्स की विफलता के प्रमुख कारण

  1. कड़ी प्रतिस्पर्धा
  2. जुनून की कमी
  3. कानूनी चुनौतियां
    राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
  4. बाजार की समस्याएं
  5. गलत बिजनेस मॉडल
  6. मूल्य निर्धारण के मुद्दे
  7. बहुत जल्दी स्केलिंग करना
  8. ग्राहकों को नजरअंदाज करना
  9. कारोबार के लिए अपर्याप्त फंड
    राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस
  10. विकास टीम के साथ चुनौतियां

आंकड़ों में स्टार्टअप्स की समस्याएं

  1. देश औसतन 42 फीसदी स्टार्टअप्स असफल हो जाते हैं
  2. लगभग 29 फीसदी स्टार्टअप फंडिंग की कमी के कारण विफल हो जाते हैं.
  3. टीम में समन्वय नहीं होने के कारण 23 फीसदी स्टार्टअप विफल हो जाते हैं.
  4. 19 फीसदी के करीब स्टार्टअप अपने प्रतिस्पर्धियों के कारण विफल हो जाते हैं.
  5. 70 फीसदी स्टार्टअप बहुत जल्दी बड़े हो जाते हैं और बाद में असफल हो जाते हैं.
  6. बाजार के अनुसार प्रोडक्ट नहीं होने के कारण 42 फीसदी स्टार्टअप्स असफल हो जाते हैं.

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Last Updated : Jan 16, 2024, 12:06 PM IST

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