नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को धन शोधन के एक मामले में समन भेजे जाने के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ता देश के कई राज्यों में प्रदर्शन कर रहे हैं. सोनिया गांधी 'जेड प्लस' सुरक्षा घेरे के बीच दोपहर के समय मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर विद्युत लेन में स्थित संघीय जांच एजेंसी के मुख्यालय पहुंचीं. हाल में कोरोना वायरस से संक्रमित हुईं गांधी ने मास्क पहन रखा था और उनके बेटे राहुल गांधी व बेटी प्रियंका गांधी भी उनके साथ थीं. उनसे पूछताछ हुई. उन्हें 25 जुलाई को फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि आज सोनिया गांधी ईडी कार्यालय गई थीं और उनसे 2-3 घंटे तक पूछताछ की गई, जिसके बाद ईडी अधिकारियों ने उन्हें जाने की अनुमति दी क्योंकि उनके पास पूछने के लिए और कुछ नहीं था.
इससे पहले, कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने पार्टी अध्यक्ष से ईडी की पूछताछ के खिलाफ गुरुवार को यहां उपराज्यपाल वी के सक्सेना के आवास के बाहर प्रदर्शन किया. पार्टी अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस के कई कार्यकर्ता और नेता राज निवास के बाहर एकत्रित हो गए और उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने आरोप लगाया, 'केंद्र कांग्रेस नेताओं को प्रताड़ित करने के लिए ईडी का दुरुपयोग कर रहा है.'
राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस के प्रदर्शन के मद्देनजर कई मार्गों में परिवर्तन करने के कारण मध्य दिल्ली और उसके आसपास यातायात प्रभावित हुआ. वहीं, महाराष्ट्र के नागपुर शहर में ईडी के कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बाद उनमें से कई को हिरासत में लिया गया. बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता गांधी के प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए नागपुर शहर के सेमिनरी हिल्स इलाके में ईडी कार्यालय के बाहर एकत्रित हो गए और उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने ईडी कार्यालय में घुसने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और हिरासत में ले लिया.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मंत्री सुनील केदार ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सोनिया गांधी जी जैसी नेता को ईडी सम्मन भेज रहा है. देश में यह दयनीय स्थिति है." उन्होंने कहा कि ऐसे प्रदर्शन जारी रहेंगे. पश्चिमी महाराष्ट्र से कांग्रेस नेताओं ने भी पुणे में प्रदर्शन किया. पुणे में जिलाधीश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन में वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चह्वाण, सतेज पाटिल, परिणीति शिंदे और विश्वजीत कदम ने भाग लिया.
राज्य के पूर्व मंत्री सतेज पाटिल ने कहा, "भाजपा सरकार ऐसे काम कर रही है जैसे कि वह संविधान का पालन ही नहीं करना चाहती है. उन्होंने विपक्ष को खत्म करने का कदम उठाया है और हम ऐसे कृत्य की निंदा करते हैं." उन्होंने कहा कि पिछली बार ईडी ने राहुल गांधी को निशाना बनाया था. ये सभी जानबूझकर की गयी कार्रवाई है. यह लोकतंत्र की हत्या है और कांग्रेस इसके खिलाफ खड़ी होगी.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा कि विपक्ष की आवाज दबाने और डर पैदा करने के लिए ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस न्याय के लिए अपनी लड़ाई से पीछे नहीं हटेगी. इस बीच, सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए नई दिल्ली में ईडी के कार्यालय पहुंच गई हैं. यहां सोनिया गांधी से पूछताछ जारी है. कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ जांच एजेंसी की कार्रवाई की आलोचना की और इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया.
बता दें कि ईडी ने इससे पहले सोनिया गांधी के पुत्र और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से इस मामले में पांच दिनों तक, 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. यह जांच कांग्रेस द्वारा प्रवर्तित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है, जिसके पास नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिकाना हक है. वहीं, कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई आज शिमला में ईडी के उप-मंडलीय कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेगी. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के सचिव ने कहा कि ईडी के छोटा शिमला कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा.
पढ़ें- National Herald Case : राहुल से ईडी ने की दस घंटे से अधिक पूछताछ