चंडीगढ़ :आजादी के 75 साल पूरे होने जा रहे हैं और अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga) को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है. इस अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा देशवासियों से तीन दिन के लिए तिरंगा लहराने की अपील की गई है. इसी के मद्देनजर पूरे देश में तैयारियां की जा रही हैं. वहीं तिरंगे को लेकर लोगों को विशेष ध्यान रखने के लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है क्योंकि हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारी देश की आन बान का प्रतीक है. इसका किसी भी प्रकार से अनादर बर्दाश्त करने लायक नहीं है, यहां तक के इसका अपमान करने वाले को जुर्माने के साथ सजा का भी प्रावधान है. इसी क्रम में सामाजिक कार्यकर्ता जान्हवी बहल (Jhanvi Behal) ने लोगों से अपील की है कि वह तिरंगा तो फहराएं लेकिन साथ में उसके रखरखाव का भी ध्यान जरूर रखें.
तिरंगे का अपमान देश का अपमान : हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान देश के अपमान के रूप में माना जाता है. इसको लेकर 2002 में बनाए गए नए एक्ट एवं संविधान में संशोधित किया गया है कि अगर तिरंगे का किसी भी तरह का अपमान होता है तो उसे देश के अपमान के बराबर ही माना जाएगा और ऐसे में वह शख्स पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है. इतना ही नहीं इस मामले में 3 साल की सजा जुर्माना या फिर दोनों हो सकता है. जान्हवी ने बताया है कि तिरंगे के रखरखाव के लिए विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि तिरंगा कभी भी उल्टा नहीं किया जाता और ना ही फटा हुआ तिरंगा कभी फहराया जाता है. इसके अलावा तिरंगा बिल्कुल साफ सुथरा होना चाहिए. तीनों रंग पूरे साफ होने चाहिए.