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देहरादून में राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक, पोषण अभियान समेत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर हुई चर्चा

राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक देहरादून में आयोजित हुई. बैठक में राज्य में चलाई जा रही महिलाओं से संबंधित पोषण अभियान को लेकर चर्चा हुई. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के तहत महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है.

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Published : Dec 22, 2022, 3:29 PM IST

देहरादून में राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक

देहरादून: राजधानी देहरादून में आयोजित राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक में कई अहम बिंदुओं पर चर्चा (National Commission for Women meeting in Dehradun) की गई. मुख्य रूप से राज्य में चलाई जा रही महिलाओं से संबंधित पोषण अभियान को लेकर बैठक में चर्चा हुई. राष्ट्रीय महिला आयोग देश के सभी राज्यों को पोषण अभियान के तहत आर्थिक रूप से सपोर्ट करता है. लिहाजा, जब भी क्वार्टरली मीटिंग की जाती है. उस दौरान पोषण अभियान के तहत कितने काम किए गए, उन सभी जानकारियों को लिया जाता है.

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा (NCW President Rekha Sharma) ने बताया कि वर्तमान समय में राष्ट्रीय महिला आयोग महिलाओं को सशक्त बनाए जाने के लिए कई तरह के अभियान चला रही है. इसमें मुख्य रूप से पोषण अभियान के तहत सभी राज्यों में अभियान चलाया जा रहा है. इसके अतिरिक्त एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के तहत सभी राज्यों में ट्रेनिंग दी जा रही है. रेखा शर्मा ने बताया कि अभी तक महिला आयोग महिलाओं से संबंधित शिकायतों पर ही कार्य कर रही थी. लेकिन पिछले कुछ सालों से महिला आयोग ने अपनी पुरानी परिपाटी को बदल दिया है.

लिहाजा, अब महिलाओं से संबंधित जिसमें मुख्य रूप से महिला हेल्थ, महिला एजुकेशन, महिलाओं की स्किल डेवलपमेंट, महिलाओं के फाइनेंशियल इंप्रूवमेंट, पॉलिटिकल इंप्रूवमेंट को लेकर काम कर रही है. लिहाजा इन बिंदुओं पर राष्ट्रीय महिला आयोग और क्या बेहतर कर सकती है? इसको लेकर ही बैठक की जाती हैं. इसमें सभी राज्यों से सुझाव भी मांगे जाते हैं. ताकि महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत महिलाओं को आर्थिक और पॉलिटिकल रूप में और मजबूत किया जा सके.
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राष्ट्रीय महिला आयोग की बैठक के मुख्य बिंदु.

  • सेक्स वर्कर्स की दुर्दशा को समझना और उनके लिए हम क्या कर सकते हैं?
  • ट्रांसजेंडर को समझना.
  • करियर और मातृत्व को नेविगेट करना: मातृत्व लाभ अधिनियम के तहत दिए जाने वाले लाभों के बारे में जागरूकता.
  • महिलाओं के कौशल विकास और विकास को बढ़ाना: पारंपरिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों से परे सोच.
  • जेलों में महिला कैदियों की स्थिति और जेलों में महिलाओं को प्रदान की जाने वाली मुफ्त कानूनी सहायता की गुणवत्ता की निगरानी के लिए जेल निरीक्षण.
  • एचआईवी पॉजिटिव महिलाओं की दुर्दशा को दूर करना और हम उनके लिए क्या कर सकते हैं?

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