नई दिल्ली :राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली में कथित दुष्कर्म और हत्या मामले की पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से साझा की गई तस्वीर को लेकर बुधवार को ट्विटर इंडिया से कहा कि वह इस पोस्ट को हटाए तथा कांग्रेस नेता के ट्विटर हैंडल के खिलाफ कार्रवाई करे.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने आयोग के इस कदम को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए कहा कि बेहतर यह होता कि आयोग इस मामले में सरकार को नोटिस जारी कर पूछता कि देश की राजधानी में नौ साल की बच्ची के साथ इतनी जघन्य घटना कैसे हुई.
बाल आयोग की ओर से ट्विटर इंडिया के शिकायत अधिकारी को लिखे पत्र में कहा गया है कि किसी भी नाबालिग पीड़िता के परिवार की तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट करना किशोर न्याय कानून 2015 की धारा 74 और बाल यौन अपराध रोकथाम कानून (पॉक्सो) की धारा 23 का उल्लंघन है.
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्विटर इंडिया को भेजा गया पत्र साझा करते हुए ट्वीट किया कि एक पीड़ित बच्ची के माता पिता की फोटो ट्वीट कर उनकी पहचान उजागर कर पॉक्सो कानून का उल्लंघन करने पर एनसीपीसीआर ने संज्ञान लेते हुए ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी कर राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल के विरुद्ध कार्यवाही करने एवं पोस्ट हटाने के लिए कहा है.