नई दिल्ली :बीजेपी नेता तेजिंदर सिंह बग्गा की गिरफ्तारी के दौरान पगड़ी नहीं पहनने देने का मामला तूल पकड़ने लगा है. इस मामले का राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से सात दिनों के अंदर रिपोर्ट पेश मांगी है. आयोग ने चीफ सेक्रेटरी अनिरुद्ध तिवारी को नोटिस भेजा है. नोटिस में कहा गया है कि गिरफ्तारी के दौरान तेजिंदर बग्गा को पगड़ी नहीं पहनने देना बेहद गलत है. यह सिख धर्म के अधिकारों को गंभीर उल्लंघन है. इस मामले में सात दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करें. दरअसल पंजाब पुलिस की ओर से भाजपा नेता तेजिंदर सिंह बग्गा की गिरफ्तारी के बाद उनके परिजनों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.
बता दें कि तेजिंदर सिंह बग्गा को पंजाब पुलिस ने शुक्रवार सुबह उनके दिल्ली स्थित आवास से गिरफ्तार किया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनके परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज किया. BJP नेता तेजिंदर बग्गा के पिता प्रीत पाल सिंह बग्गा की शिकायत पर जनकपुरी थाने में धारा 452, 365, 342, 392, 295 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी. FIR में यह भी कहा गया है कि तजिंदर बग्गा ने उन लोगों से आग्रह किया कि वे उसे ले जाने से पहले पगड़ी पहनने दें, लेकिन उन्होंने बिना पगड़ी पहने ही बार खींच लिया. इसके बाद से बीजेपी समेत कई दलों के नेताओं ने पंजाब पुलिस पर सिख धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया. ट्विटर पर भगवंत मान की आलोचना के साथ पगड़ी संभाल जट्टा भी ट्रेंड करने लगा.