नई दिल्ली : नेशनल एथलीट संदीप पर कई बार जानलेवा हमला किया गया. आरोप है कि ये हमले उसके अपने करीबियों और दोस्तों ने किए और कराए. संदीप के चेहरे और बदन पर गंभीर चोट के निशान हैं. उसे अधमरा समझकर हमलावरों ने छोड़ दिया था. फिलहाल संदीप पर आरोपियों के खिलाफ बयान न देने का दबाव बनाया जा रहा है.
संदीप के वकील रौनक सिंह ने बताया कि किस तरह वह अपने ही कुछ जानकारों का शिकार हुआ. एडवोकेट रौनक सिंह ने बताया कि संदीप के दोस्तों ने उस पर कई बार जानलेवा हमला किया. इस मामले में संदीप के वकील ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं.
नेशनल एथलीट संदीप पर कई बार जानलेवा हमला किया गया. उन्होंने कहा कि कोर्ट में केस होने के बावजूद पुलिस इस मामले में लापरवाही दिखा रही है. संदीप के वकील ने इस मामले में एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टर पर भी पद का दुरुपयोग और लापरवाही का आरोप लगाया है.
दरअसल किराड़ी इलाके का रहने वाला संदीप एक राष्ट्रीय स्तर का एथलीट है. संदीप ने पावर लिफ्टिंग में कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और इनमें जीत दर्ज करके देश को गौरवान्वित किया. संदीप दिल्ली स्टेट चैंपियनशिप में वर्ष 2014, 2015 और 2016 में भाग लिया और दूसरे स्थान पर रहे. इसके अलावा नॉर्थ इंडिया जम्मू कश्मीर(2017) में संदीप ने गोल्ड मेडल जीता.
2019 में हरियाणा सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता. ऐसे कई खिताब हैं जिसे संदीप ने अपने नाम किया, लेकिन संदीप आज पावर लिफ्टिंग की बात दूर की है वो किसी भी खेल प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि आज संदीप की एक आंख की रौशनी जा चुकी है. संदीप के शरीर के कई हिस्सों में सुई फंसी हुई है. जिसे अगर निकालने का प्रयास किया गया तो उसकी मौत भी हो सकती है.
संदीप को ये जख्म किसी और ने नहीं बल्कि उसके दोस्तों ने ही दिया है. संदीप की मानें तो किसी समय उसके दोस्त रहे तीन लोगों ने उसका अपहरण किया और जानलेवा हमला किया. संदीप ने बताया कि विगत एक साल के दौरान तीन बार मारने का प्रयास किया गया.
संदीप के अनुसार तीन सितंबर 2020 को पहली बार उनके अपने ही दोस्तों ने संदीप के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद संदीप पर जबरन केस वापस लेने का दबाव बनाया गया. केस वापस ना लेने पर संदीप के अपने ही दोस्तों ने तीन बार संदीप को मारने का प्रयास किया.
आज भी संदीप के शरीर में सुई फंसी हुई है. जिसे निकालने का प्रयास किया गया तो संदीप की मृत्यु तक हो सकती है. संदीप का आरोप है कि कोर्ट में केस होने के बावजूद उनके हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उस पर कई बार जानलेवा हमला किया. और पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. दिल्ली पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत पत्र लिखा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.