प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके शिष्य आनंद गिरि सुर्खियों में हैं. महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में उन पर संदेह जताया जा रहा है. क्योंकि बीते दिनों गुरु और शिष्य अनबन की खबरें आई थीं. महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद पुलिस ने आनंद गिरि के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के शव के पास से लगभग 6-7 पन्नों का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. पुलिस के मुताबिक, सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि का जिक्र है. सुसाइड नोट के मुताबिक शिष्य पर प्रताड़ना का आरोप है.
विवादों से रहा है पुराना नाता
बता दें कि आनंद गिरि का विवादों से पुराना नाता रहा है. इससे पहले भी आनंद गिरि कारनामों की वजह से चर्चा में रहे हैं. इससे महंत नरेंद्र गिरि और आनंद के बीच दूरी बढ़ती गईं. ऐसा भी कहा जा रहा है कि आनंद लगातार संत समाज के नियमों का उल्लंघन करते थे, जो नरेंद्र गिरि समेत अन्य महंतो के लिए परेशानी का सबब बन गया था.
पंचायती अखाड़ा ने आनंद को किया था निष्कासित
इससे पहले आनंद गिरि को परिवार के संपर्क में रहने के कारण निरंजनी अखाड़े के श्री पंचायती अखाड़ा ने निष्कासित कर दिया था. निरंजनी अखाड़े के श्री पंचायती अखाड़ा ने बताया था कि आनंद 'संन्यास' की परंपराओं के खिलाफ थे, जिसके कारण उन्हें निष्कासित किया गया है. निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी ने आनंद गिरि पर वित्तीय अनियमितताओं का भी आरोप लगाया था.
गुरु और शिष्य के बीच मतभेद
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद कार्रवाई की गई थी. महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य होने के कारण आनंद गिरि का अपनी बिरादरी के भीतर और भक्तों के बीच बहुत दबदबा था, लेकिन कुछ महीने पहले गुरु और शिष्य के बीच मतभेद पैदा हो गए थे. बता दें कि आनंद गिरि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव के रहने वाले हैं.
ऑस्ट्रेलिया में दो महिलाओं से छेड़छाड़ के आरोप
2019 में ऑस्ट्रेलिया में आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया गया था. उनपर दो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के आरोप लगे थे. उनके खिलाफ महिलाओं ने शिकायत की दर्ज करवाई थी. जिसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इतना ही नहीं उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी. इस घटना के बाद उनके खूब आलोचना हुई थी इसके अलावा उनके चरित्र पर भी सवाल उठे थे. हालांकि, उस समय महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि का बचाव किया था.
फोटो पर भी खड़े हुए थे सवाल
2020 में, आनंद गिरि की एक फोटो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुई थी. फोटो में आनंद विमान की बिजनेस क्लास में बैठे हुए थे. उनके सामने होल्डर पर एक ग्लास रखा हुआ था, ऐसा कहा जा रहा था कि उनमें शराब रखी हुई है. इस फोटो के वायरल होने के बाद आनंद को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. हालांकि, आनंद गिरि ने सफाई देते हुए कहा था कि ग्लास में शराब नहीं एप्पल की जूस था, मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है.