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नगालैंड में फायरिंग में 15 की मौत, इलाके में तनाव, गृह मंत्री ने जताया दुख

नगालैंड में फायरिंग (nagaland firing) में कम से कम 15 लोगों की मौत से इलाके में तनाव बढ़ गया है. सुरक्षा बलों के द्वारा गलत पहचान के एक स्पष्ट मामले में कई नागरिकों के मारे जाने के बाद से मोन जिले में तनाव बढ़ गया है.

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नगालैंड में फायरिंग में 13 लोगों की मौत, इलाके में तनाव, गृह मंत्री ने जताया दुख

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Published : Dec 5, 2021, 11:01 AM IST

Updated : Dec 5, 2021, 7:32 PM IST

कोहिमा :नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी (nagaland firing) में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि वह इस घटना की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है. सेना ने बताया कि इस दौरान एक सैन्यकर्मी की मौत हो गई और कई अन्य सैनिक घायल हो गए. इसने कहा कि यह घटना और उसके बाद जो हुआ, वह 'अत्यंत खेदजनक' है तथा लोगों की मौत होने की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है.

इससे पहले एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की सटीक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है, क्योंकि 11 लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई तथा गंभीर रूप से घायल हुए कई लोगों ने पड़ोसी राज्य असम के अस्पतालों में दम तोड़ दिया.

इस बीच मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया और समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की. पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना ओटिंग और तिरु गांवों के बीच उस समय हुई, जब कुछ दिहाड़ी मजदूर शनिवार शाम एक पिकअप वैन के जरिए एक कोयला खदान से घर लौट रहे थे.

नगालैंड में फायरिंग

उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की.

अधिकारी ने कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि यह गलत पहचान किए जाने का मामला था या नहीं. मोन म्यांमार की सीमा के पास स्थित है. म्यांमार से एनएससीएन का युंग ओंग धड़ा अपनी उग्रवादी गतिविधियां चलाता है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि हालात काबू में हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस बीच, सेना की 3 कोर के मुख्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'नगालैंड में मोन जिले के तिरु में उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर इलाके में एक विशेष अभियान चलाए जाने की योजना बनाई गई थी. यह घटना और इसके बाद जो हुआ, वह अत्यंत खेदजनक है. लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.'

गृह मंत्री ने जताया दुख

गृह मंत्री ने इस घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, गृह मंत्री ने ट्वीट किया, 'नगालैंड के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से व्यथित हूं. जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके.'

सेना ने कहा, 'इस अभियान में सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है.

सीएम ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया

नगालैंड के 'मुख्यमंत्री रियो ने ट्वीट किया, 'मोन के ओटिंग में आम लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना निंदनीय है. मैं शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मामले की एसआईटी (विशेष जांच दल) से उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और कानून के अनुसार न्याय किया जाएगा. मैं सभी वर्गों से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं.

उपमुख्यमंत्री वाई पैटन ने ट्वीट किया, 'ओटिंग की जिस व्यथित करने वाली और त्रासदीपूर्ण घटना में आम लोगों की मौत हुई है, उसकी समग्र जांच की जाएगी तथा न्याय किया जाएगा. मैं शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं इस त्रासदीपूर्ण घटना के मद्देनजर सभी से शांति बनाए रखने का अनुरोध करता हूं.'

सेना ने खेद जताया और कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का दिया आदेश

सेना ने नगालैंड के मोन जिले में उग्रवाद रोधी अभियान के दौरान कई आम लोगों की मौत होने के मामले की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का रविवार को आदेश दिया और इस घटना पर गहरा खेद जताया. नगालैंड की राजधानी कोहिमा में पुलिस ने बताया कि सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 11 आम लोगों की मौत हो गई और वह यह पता लगाने के लिए जांच कर रही है कि क्या यह गलत पहचान किए जाने से जुड़ी घटना है. सेना ने एक बयान में कहा कि लोगों की मौत की इस ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई है. सैन्य अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार की सीमा से लगने वाले मोन जिले में उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया गया था.

सेना ने एक बयान में कहा, 'यह घटना और इसके बाद जो हुआ, वह अत्यंत खेदजनक है. लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.'

इसने कहा कि कई सुरक्षाकर्मी अभियान में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है. इस बीच, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने इस घटना को अत्यंत निंदनीय करार दिया. उन्होंने कहा, ‘मोन के ओटिंग में आम लोगों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत निंदनीय है. मैं शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मामले की एसआईटी (विशेष जांच दल) से उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और कानून के अनुसार न्याय किया जाएगा. मैं सभी वर्गों से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं.'

Last Updated : Dec 5, 2021, 7:32 PM IST

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