जूनागढ़ (गुजरात):गुजरात के जूनागढ़ मेंभवनाथ पुराना अखाड़ा की पीठाधीश्वर साध्वी जयश्रीकानंद पर 7 फरवरी की शाम को नागा साधू शिवगरिबापू ने तलवार से हमला कर दिया गया था. हमले में साध्वी जयश्रीकानंद गंभीर रूप से घायल हो गईं. इस मामले में जूनागढ़ पुलिस ने शिवगरिबापू को गिरफ्तार करते शनिवार को जूनागढ़ जिला अदालत में पेश किया, जहां से कोर्ट के आदेश के बाद नागा साधु शिवगिरिबापू को जेल भेज दिया गया है.
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हितेश धांधल्या ने बताया कि भवनाथ क्षेत्र में पुराने अखाड़े की पीठाधीश्वर जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला किया गया था. उन्हें इलाज के लिए जूनागढ़ सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया. हमला करने वाले नागा संन्यासी शिवगिरिबापू को पुलिस ने बिल्खा के पास से गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया. रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें फिर से जूनागढ़ जिला अदालत में पेश किया गया, अदालत ने नागा साधु शिवगिरिबापू की और रिमांड से इनकार करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया.
धारा 307 में केस दर्ज:जूनागढ़ पुलिस ने नागा साधु शिवगिरिबापू के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है. पूरे मामले में पुलिस ने शिवगिरिबापू के आपराधिक इतिहास की जांच की. तीन साल पहले शिवगिरी बापू ने भवनाथ इलाके में एक और साधु पर हमला किया था, जिसकी पुलिस शिकायत भवनाथ थाने में दर्ज है. एक बार फिर शिवगिरिबापू ने साध्वी जयश्रीकानंद पर तलवार से हमला किया. उसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और अब उन्हें जूनागढ़ जेल भेज दिया गया है.
साध्वी जयश्रीकानंद और नागा साधु शिवगिरिबापू के बीच लंबे समय से मनमुटाव चल रहा है. कुछ साल पहले महाशिवरात्रि मेले के दौरान मंदिर परिसर में साध्वी जयश्रीकानंद और शिवगिरी बापू के बीच आमने-सामने की भिड़ंत हो गई थी.
कौन हैं साध्वी जयश्रीकानंद:पिछले कुछ सालों से भवनाथ में कार्यरत अखाड़े की पीठाधीश्वर के नाम से मशहूर साध्वी जयश्रीकानंद का अतीत भी पुलिस की किताब में दर्ज है. कुछ साल पहले बनासकांठा जिले में उनके खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी. उन्हें हिरासत में भी लिया था. पुलिस कार्रवाई के बाद जयश्रीकानंद को जेल तक जाना पड़ा.