मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में NCP नेता और महाराष्ट्र के मंत्री मोहम्मद नवाब मोहम्मद इस्लाम मलिक उर्फ नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम बुधवार सुबह एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आवास पहुंची और उन्हें अपने साथ ED दफ्तर ले गई. बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. फिर उन्हें मेडिकल जांच के बादमुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया. जहां उन्हें 3 मार्च तर ईडी की रिमांड में भेज दिया गया है. मलिक 8 दिनों तक ईडी की रिमांड में रहेंगे.
जानकारी के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय दाऊद इब्राहिम, उसके भाई अनीस, इकबाल, सहयोगी छोटा शकील के खिलाफ एक मामले की जांच कर रही है. इसके लिए पिछले हफ्ते कई जगहों पर छापेमारी भी हुई. दाऊद की बहन हसीना पारकर के ठिकाने पर भी जांच की गई. हसीना के बेटे अलिशाह पारकर से ईडी ने सोमवार को पूछताछ भी की थी. दाऊद के अन्य सहयोगियों पर भी ईडी की नजर है क्योंकि दावा किया गया है कि दाऊद कुछ लोगों की मदद से मुंबई में अभी भी डी-कंपनी को ऑपरेट कर रहा है.
इस मामले में देश की राजनीति गरमा गई है और विपक्षी पार्टियां भाजपा नीत केंद्र सरकार पर आरोप मढ़ रही हैं. ताजा घटनाक्रम को लेकर मुंबई में राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के आवास पर नेताओं की अहम बैठक हुई है. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी पवार से फोन पर बात की है. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के दुरपयोग को लेकर सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा. यूपी के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बड़ा बयान दिया है और कहा है कि भाजपा जब परेशान होती है तो केंद्रीय जांच एजेंसियों को काम पर लगा देती है.
फडणवीस ने लगाए थे आरोप
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कुछ महीने पहले आरोप लगाया था कि नवाब मलिक ने करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी सिर्फ 30 लाख रुपये में खान और पटेल से खरीदी थी. ईडी मलिक की अन्य बिजनेस डीलिंग्स की भी जांच कर रही है. फडणवीस ने मलिक पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा था कि मलिक परिवार ने इस जमीन की कीमत को साढ़े तीन करोड़ रुपए दिखाए ताकि स्टैम्प ड्यूटी कम भरनी पड़े. जब इसका पेमेंट करने की बात आई तब इसकी कीमत 25 रुपये प्रति स्क्वायर फुट की दर से बताई गई लेकिन पेमेंट 15 रुपये प्रति स्क्वायर फीट के रेट से किया गया. मलिक पर आरोप है कि उन्होंने यह जमीन अंडरवर्ल्ड के लोगों से खरीदी थी.
अंडरवर्ल्ड व नवाब मलिक का रिश्ता
देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक और अंडरवर्ल्ड का कनेक्शन काफी पुराना है और इसके दो किरदार हैं. उन्होंने कहा कि इसमें से पहला किरदार है सरदार शाह वली खान जो 1993 बम धमाकों का आरोपी है. वह फिलहाल उम्रकैद की सजा काट रहा है. वहीं कहानी का दूसरा का किरदार है मोहम्मद सलीम पटेल जो कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का आदमी है. वह दाऊद की बहन हसीना पारकर का बॉडीगार्ड और ड्राइवर भी था. फडणवीस ने कहा कि जब हसीना को गिरफ्तार किया गया तब पटेल को भी मुंबई पुलिस ने पकड़ा. इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक हसीना के नाम पर मुंबई में संपत्ति जमा होती थी और यह सब सलीम पटेल के नाम पर लिस्ट होती थी. यानी पावर ऑफ अटॉर्नी सलीम पटेल के नाम होती थी.
शरद पवार ने क्या कहा
शरद पवार बोले कि नवाब मलिक काफी समय से बीजेपी के खिलाफ बोल रहे हैं. ईडी की यह कार्रवाई उसी के परिणामस्वरूप हैं. कई दशकों पहले मुझ पर भी इसी प्रकार का आरोप लगाया गया था. अब नवाब मलिक को भी दाऊद इब्राहिम से जोड़ा जा रहा है. मुझे इस बात का अंदेशा था कि आने वाले दिनों में नवाब को इस तरह से परेशान किया जाएगा.
संजय राउत व अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया