हैदराबाद :कर्नाटक के रहने वाले एक युवक ने अपनी मां को देश के विभिन्न स्थानों पर दर्शन कराने के लिए स्कूटर से सफर करने की ठानी और और निकल पड़े तीर्थाटन पर. कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले 44 वर्षीय कृष्ण कुमार बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे. उनकी 73 वर्षीय मां चूड़ारत्नम्मा हमेशा घर में रहने की वजह से बाहरी दुनिया को नहीं जानती थीं. इस पर कृष्ण कुमार अपनी मां को प्रसिद्ध मंदिरों को दिखाने के लिए स्कूटर से ही निकल पड़े. उन्हें लोग कलियुग के श्रवण कुमार के नाम से भी पुकारते हैं.
कृष्ण कुमार ने ऐसा अपनी माता का ऋण चुकाने के उद्देश्य से किया. इतना ही नहीं कृष्ण कुमार ने अपने पिता के द्वारा दक्षिणामूर्ति के द्वारा खरीदे गए स्कूटर से सफर करने का फैसला किया. हालांकि उनके पिता का कई साल पहले ही निधन हो चुका है. बुधवार को पलामुरु परिमलागिरी श्री राघवेंद्र स्वामी मठ का दौरा करने के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी मां पिता के निधन के बाद एकदम अकेली हो गईं थीं. साथ ही वह उदास भी रहने लगी थीं. इस पर कृष्ण कुमार ने मां का अकेलापन दूर करने के लिए उन्हें यह निर्णय लिया.