गुवाहाटी:मिजोरम से लगी अपनी सीमा पर मंगलवार को एक प्रमुख विद्रोही शिविर पर म्यांमार सेना की बमबारी (Myanmar air strikes) से शिविर के करीब राज्य के चम्फाई जिले के इलाकों में भय और दहशत फैल गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कम से कम दो गोला भारत की ओर गिरा. चम्फाई जिले के एक अधिकारी के अनुसार, कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन सीमा के पास एक नदी तट पर एक ट्रक क्षतिग्रस्त हो गया. करीब दो दशक से अस्थिर राजनीतिक गतिविधियों के बीच म्यांमार के इस एयर स्ट्राइक पर भारत की आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी नहीं आयी है.
दो साल पुराने सेना ने म्यांमार में तख्तापलट किया था. म्यांमार के अन्य हिस्सों में इसी तरह की हवाई बमबारी ने बांग्लादेश और थाईलैंड के साथ तनाव पैदा कर दिया है. कैंप विक्टोरिया एक सशस्त्र समूह है जो चिन नेशनल आर्मी के मुख्यालय के रूप में भी कार्य करता है. कैंप विक्टोरिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) के बैनर तले म्यांमार में लोकतंत्र को बहाल करने के लिए अन्य विद्रोही समूहों के साथ सेना से लड़ रहा है. इसका प्रशिक्षण शिविर भारतीय राज्य मिजोरम की सीमा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है.
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एक अन्य विद्रोही लड़ाके ने द गार्जियन को नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा है कि सेना के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को शिविर पर कई बम गिराए जिससे दहशत फैल गई. विद्रोहियों ने यह भी कहा कि इस दौरान कुछ जेट टियाउ (Tiau) नदी को पार कर गए. टियाउ नदी भारत और म्यांमार के बीच सीमा के रूप में कार्य करती है. मिजोरम राज्य में स्थित फरकावन गांव के दो स्थानीय लोगों ने भी कहा कि भारत की सीमा की तरफ दो बम आकर गिरे लेकिन किसी को चोट नहीं आई है.