मुजफ्फरपुर: जब से प्रयागराज की एसडीएम ज्योति मौर्याके किस्से आम हुए तब से हर दिन ऐसे मामले वायरल हो रहे हैं. इस बार मुजफ्फरपुर की 'ज्योति' की कहानी सुर्खियों में हैं. दरअसल दारोगा बनते ही 'ज्योति' ने अपने पति प्रिय रंजन को ठुकरा दिया. इस बात से उनके पति सदमें में हैं. इस खबर में उन्हें तब और झटका लगा जब पता चला कि उनकी बीवी का आशिक कोई और नहीं बल्की वो है जिसकी उन्होंने खेत बेचकर मदद की थी.
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कभी भागकर की शादी आज साथ रहने से मुकर गई : मुजफ्फरपुर की ज्योति की लव स्टोरी के पहले पार्ट की शुरूआत साल 2009 में होती है. वो प्रिय रंजन से बेइंतहां मोहब्बत करती थी, प्रिय रंजन भी उसे दिलो-जान से चाहता था. घर वालों के खिलाफ जाकर दोनों ने भागकर दिल्ली में शादी रचा ली. दिल्ली में ही प्रिय रंजन ने रियल स्टेट में छोटी सी नौकरी ज्वाइन कर लिया और ज्योति भी बैंक में जॉब करने लगी. 2016 की नोटबंदी तक सबकुछ अच्छा चला.
बीवी को पति ने कराई कोचिंग : ज्योति के पति प्रियरंजन बताते हैं कि नोटबंदी के बाद उनको घाटा होने लगा. इस दौरान ज्योति ने उनसे बीपीएससी की तैयारी करने की इच्छा जताई. उन्होंने गुरुग्राम में ही एक कोचिंग में उसका दाखिला भी करा दिया. लेकिन घाटा होने की वजह से वो फिर मुजफ्फरपुर आकर रहने लगे. वहां भी उन्होंने ज्योति को कोचिंग जारी रखी.
दारोगा बनते ही बदल गया 'प्यार'?: लव स्टोरी का दूसरा पार्ट मुजफ्फरपुर में शुरू होता है. यहां कोचिंग आने जाने के क्रम में ही ज्योति की दोस्ती सोमेश्वर नाथ झा से हो गई. पढ़ाई के सिलसिले में दोनों का मिलना प्रियरंजन को खटकता नहीं था. उसे ज्योति पर भरोसा था, इसलिए शक की कोई गुंजाइश नहीं थी. लेकिन दोनों की दोस्ती कब प्यार में बदल गई इसकी भनक प्रिय रंजन को भी नहीं लगी. दारोगा भर्ती के लिए दोनों ने साथ-साथ फॉर्म भरा. यहां तक की दोनों की 20 लाख रुपए घूस की रकम भी प्रियरंजन ने खेत बेचकर जुटाई. ज्योति और उसका दोस्त सोमेश्वर झा अब दारोगा बन चुके हैं. ऐसे में ज्योति को अब अपने पति के साथ रहना गंवारा नहीं.
थाने पहुंचकर पति ने दर्ज कराई शिकायत : ये सुनकर प्रियरंजन को गहरा सदमा लगा. पहले तो उन्होंने ज्योति को समझाया. 12 साल के संघर्षों को याद दिलाया, लेकिन प्रिय रंजन के मुताबिक ज्योति उनके समझाने के बाद भी नहीं मानी. एक दिन आजिज आकर प्रिय रंजन मुजफ्फर के सदर थाने जा पहुंचे और एसडीपीओ को लिखित शिकायत दर्ज कराई कि ''मेरी बीवी मेरे साथ नहीं रहना चाहती है. वह मुझे झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी देती है. जब से उसकी सरकारी नौकरी लगी है तब से ही वह हमारे साथ रहना नहीं चाहती. मेरे लाख समझाने के बावजूद वो मेरे प्यार को नहीं समझ पा रही है.''
''इनका 12 साल का बच्चा है. पति की शिकायत मुझे मिली है. हम छानबीन कर रहे हैं. ये पूरा ममला अब कोर्ट में है''- सत्येन्द्र कुमार मिश्रा, थानाध्यक्ष, मुजफ्फरपुर सदर
पति के आरोपों को ज्योति ने नकारा : इधर ज्योति ने अपने पति द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को नकार दिया और कहा है कि उसका पति शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता था, उसपर हमेशा शक करता था. इसलिए इन सब कारणों से उससे दूर हो गई. मेरे पति और ससुराल वाले मेरे बेटे से भी नहीं मिलने दे रहे हैं. दोनों के बीच की दूरी कोर्ट की दहलीज तक पहुंच चुकी है.