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राष्ट्रपति ने नौसेना के ध्वज के नये डिजाइन को मंजूरी दी - Andra Pradesh

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय नौसेना के ध्वज के नये डिजाइन को मंजूरी दे दी है. औपनिवेशिक अतीत को पीछे छोड़ने के लिए जारी राष्ट्रीय प्रयास के अनुरूप इतिहास से प्रेरणा लेते हुए नयी डिजाइन तैयार की गई है. इससे पहले आंध्र प्रदेश में अपने दौरे के दौरान राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को गांवों का दौरा करने और विभिन्न सरकारी योजनाओं और उनके असर का अध्ययन करने की सलाह दी.

Murmu approves new design of Navys flag
मुर्मू ने नौसेना के ध्वज के नये डिजाइन को मंजूरी दी

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Published : Dec 6, 2022, 7:03 AM IST

Updated : Dec 6, 2022, 11:57 AM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय नौसेना के ध्वज के नये डिजाइन को मंजूरी दे दी है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. इसका अनावरण चार दिसंबर को नौसेना दिवस पर विशाखापत्तनम में किया गया था. रक्षा मंत्रालय के एक बयान में बताया गया कि नौसेना के लिए पूर्ववर्ती डिजाइन दिनांक छह सितंबर, 2017 को पेश की गई थी.

बयान के मुताबिक, औपनिवेशिक अतीत को पीछे छोड़ने के लिए जारी राष्ट्रीय प्रयास के अनुरूप इतिहास से प्रेरणा लेते हुए एक नयी डिजाइन तैयार की गई. इससे पहले आंध्र प्रदेश में अपने दौरे के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विद्यार्थियों को गांवों का दौरा करने और लागू विभिन्न सरकारी योजनाओं और उनके असर का अध्ययन करने की सलाह दी.

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राष्ट्रपति मुर्मू की विद्यार्थियों की सलाह, गांवों का दौरा और सरकारी योजनाओं का अध्ययन करें :दो दिवसीय आंध्र प्रदेश दौरे के अंतिम दिन श्री पद्मावती महिला विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों और शिक्षकों से संवाद के दौरान राष्ट्रपति ने यह सलाह दी. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि गांवों में जाकर दो-दिन वहां बिताए. समझे वहां कैसे लोग रहते हैं, वहां के बच्चों, पुरुषों और महिलाओं से संवाद करें. विभिन्न सरकारी योजनाओं का पता लगाए और जानिए कि वे उन तक पहुंच रही है या नहीं. राष्ट्रपति ने कहा कि जब विद्यार्थी गांवों में जाएंगे तो समझेंगे कि देश के लोगों के लिए कैसी योजनाओं की जरूरत है…आप आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी, इंजीनियर और अधिकारी बन सकते हैं और नीतियां बना सकते हैं.

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उन्होंने कहा कि मैंने कुलपति से कहा कि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) कुछ पिछड़े गांवों को गोद ले और और वहां पर दो-तीन दिन रहें. वहां की जरूरतों को जाने जिनमें सुधार की जरूरत है. राष्ट्रपति ने कहा कि विद्यार्थी महिलाओं और बच्चों की योजनाओं की बारे में अध्ययन करे और आकलन करें कि क्या उनमें सुधार की जरूरत है या नहीं. उन्होंने कहा कि अध्ययन के नतीजों से जिलाधिकारी को अवगत कराएं। बच्चे मन के सच्चे होते हैं. जिलाधिकारी निश्चित तौर पर उनकी सुनेंगे.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Dec 6, 2022, 11:57 AM IST

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