लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर निशाना साधा है. अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं का अपमान करती है. इतनी बड़ी पार्टी और उसको प्रत्याशी तक ढूंढे नहीं मिल रहे हैं. दूसरी पार्टियों के प्रत्याशियों को तोड़कर टिकट दिया जाता है. सपा मुखिया ने भाजपा को इसलिए आड़े हाथों लिया है, क्योंकि शाहजहांपुर से समाजवादी पार्टी ने अर्चना वर्मा को मेयर प्रत्याशी घोषित किया था. लेकिन, भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी को ही तोड़ लिया और भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराकर शाहजहांपुर से मेयर का उम्मीदवार बना दिया.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वालों का दिवालियापन देखिए कि उनके पास चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी तक नहीं हैं. इसका मतलब या तो भाजपा के पास कोई कार्यकर्ता नहीं है या फिर भाजपा में अपने कार्यकर्ताओं को टिकट न देकर अपमान करने की परंपरा है. भाजपा अंदरूनी लड़ाई में उलझी है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के कहा कि इस ट्वीट का मकसद यही है कि शाहजहांपुर से उन्होंने अपनी पार्टी से पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की बहू अर्चना वर्मा को मेयर का टिकट दिया था. पार्टी से सिंबल भी दे दिया गया था. लेकिन, नामांकन के ठीक एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रत्याशी को तोड़कर भाजपा में मिला लिया. इतना ही नहीं देर रात जब प्रत्याशियों की सूची जारी की तो भाजपा ने शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा को प्रत्याशी बना दिया. इससे नाराज अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर अपने ही कार्यकर्ताओं के अपमान का आरोप लगाया. यहां तक कहा कि खुद को सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली भारतीय जनता पार्टी के पास प्रत्याशी तक नहीं हैं. उसे प्रत्याशी ढूंढे ही नहीं मिल रहे हैं.