मुंबई :दक्षिण मुंबई में 'फोर्ट' परिसर के बीचों-बीच स्थित 'रेड हाउस' नामक एक गहरे लाल रंग की इमारत में स्थित देश का सबसे पुराना समाचार पत्र 'मुंबई समाचार' जल्द ही अपने प्रकाशन के 200 वर्ष पूरे कर लेगा.
प्रिंट मीडिया उद्योग में पिछले कुछ वर्षों में आई मंदी, दो वैश्विक महामारियां और दो विश्व युद्ध झेलने के बावजूद यह गुजराती दैनिक समाचार एक जुलाई को अपने 200 साल सफलतापूर्वक पूरे करेगा.
मुंबई समाचार के निदेशक होर्मसजी कामा ने बताया कि अखबार ने 20 साल पहले एक शोध किया और पाया कि यह भारत का सबसे पुराना प्रकाशन है और दुनिया का चौथा सबसे पुराना प्रकाशन है, जो अब भी काम कर रहा है. इसे 'बॉम्बे समाचार' के नाम से 1822 में एक साप्ताहिक पत्र के रूप में शुरू किया गया था. उस समय इसे पाठकों को मुख्य रूप से जहाजों की आवाजाही और वस्तुओं के बारे में सूचित करने के लिए शुरू किया गया था और धीरे-धीरे यह ऐसे समाचार पत्र के रूप में विकसित हो गया, जिसमें व्यापार पर ध्यान केंद्रित किया जाता है.
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पारसी विद्वान फर्दुनजी मर्जबान ने बंगाली समाचार पत्र 'समाचार दर्पण' शुरू होने के चार साल बाद इस समाचार का प्रकाशन शुरू किया, जो भारत में प्रकाशित होने वाला दूसरा गैर-अंग्रेजी समाचार पत्र बन गया. यह शुरुआती 10 वर्ष तक एक साप्ताहिक समाचार पत्र था. इसके बाद यह द्वि-साप्ताहिक और 1855 से एक दैनिक समाचार पत्र बन गया.