दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

बच्चों के लिए 'मदर टेरेसा' बनकर सामने आई ये महिला पुलिस कॉन्स्टेबल - रिहाना शेख

मुंबई पुलिस कांस्टेबल रिहाना शेख ने 50 गरीब बच्चों की शिक्षा का भार उठाया है. जिनकी 10वीं तक की शिक्षा का भार वो स्वयं उठाएंगी.

बच्चों के लिए 'मदर टेरेसा' बनकर सामने आई ये महिला पुलिस कांस्टेबल
बच्चों के लिए 'मदर टेरेसा' बनकर सामने आई ये महिला पुलिस कांस्टेबल

By

Published : Jun 12, 2021, 8:34 PM IST

मुंबई :कोरोना महामारी के दौर में डॉक्टरों के अलावा कई फ्रंटलाइन वर्कर्स अपनी भूमिका निभा रहे हैं. पुलिस के जवान भी कोरोना के दौर में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं. लेकि इस दौर में कुछ पुलिसवाले ऐसे हैं जो कई कदम आगे बढ़कर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं और मिसाल पेश करते हैं. ऐसी ही एक मिसाल पेश की है महाराष्ट्र पुलिस की कॉन्स्टेबल रिहाना शेख ने.

बच्चों के लिए 'मदर टेरेसा' बनकर सामने आई रिहाना शेख

50 बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा उठाया

मुंबई पुलिस में कॉन्स्टेबल रिहाना शेख 50 गरीब बच्चों को गोद लेंगी और उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी उठाएंगी. रिहाना ने कहा, 'मेरे एक दोस्त ने मुझे एक स्कूल की तस्वीर दिखाई. उसके बाद मुझे एहसास हुआ कि इन बच्चों को मेरी मदद की जरूरत है और मैंने 50 बच्चों को गोद लिया. मैं इन बच्चों की 10वीं कक्षा तक की शिक्षा का खर्च उठाउंगी.

पुलिस कमिश्नर ने किया सम्मानित

रिहाना के इस मानवतापूर्ण काम की सराहना करते हुए मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले ने उन्हें सम्मानित भी किया है. उनके इस कार्य से प्रभावित होकर उनके पति उन्हें मदर टेरेसा कहकर बुलाते हैं. रिहाना बताती हैं कि घरवालों का उन्हें पूरा सहयोग मिलता है.

कोरोना संक्रमण के इस दौर में पुलिस महकमे की सकारात्मक तस्वीर भी देखने को मिली है. जहां पुलिसकर्मी सिर्फ अपनी ड्यूटी ही करते नहीं दिखे, बल्कि उससे आगे बढ़कर लोगों की मदद करते भी नजर आए. ऐसी ही एक तस्वीर मुंबई पुलिस कांस्टेबल रिहाना शेख की भी देखने को मिलती है.

ये भी पढ़ें :बाबा के ढाबा को चर्चा में लाने वाले वासन बोले, हैप्पी एंडिंग तो शुरू से करना चाहता था

ABOUT THE AUTHOR

...view details