नवी मुंबई : एक चमत्कारिक घटनाक्रम में मुंबई के एक व्यवसायी की गर्दन पर चाकू से हमला किए जाने के बाद वो मोटरसाइकिल पर खून से लथपथ अस्पताल पहुंचा और समय पर इलाज मिलने के बाद बच गया. यह घटना 3 जून की सुबह हुई जब 30 वर्षीय तेजस जयदेव पाटिल को उसके छोटे भाई 28 वर्षीय मोनिश ने गर्दन पर चाकू से वार कर दिया. गर्दन में चाकू लगने के बाद काफी खून बह रहा था. तेजस ने अपने ससुर को फोन किया, उनकी मोटरसाइकिल पर बैठा और सीधे एमपीसीटी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचा.
डॉक्टरों ने उसे तुरंत आईसीयू में भर्ती कराया जहां डॉ. प्रिंस सुराणा और विशेषज्ञों की टीम जिसमें डॉ. विनोद पचड़े, डॉ. आदित्य पाटिल और डॉ. मौनीत भूटा शामिल थे, ने देखा कि पाटिल को 8 सेमी से ज्यादा गहरा घाव है. चाकू गर्दन के दाहिनी ओर के नाजुक हिस्से में 60 प्रतिशत घुसा हुआ था जिससे खून बह रहा था. अस्पताल के प्रमुख डॉ. सुराणा ने बताया, हमें चाकू को निकालने के लिए बहुत सावधानी से सर्जरी करनी पड़ी. यह देखना था कि गर्दन में कोई तंत्रिका या धमनी क्षतिग्रस्त न हो, क्योंकि इससे स्थायी विकलांगता या जीवन को खतरा हो सकता था. चाकू पूरी तरह से जाम हो गया था. यह एक चमत्कार है कि धमनी में नसों को कोई नुकसान नहीं हुआ, अन्यथा वह तुरंत दम तोड़ देता.