मुंबई : विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के शीर्ष नेताओं ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने के लिहाज से ठोस खाका खींचने और घटक दलों के बीच सहयोग पर विचार-विमर्श करने के लिए गुरुवार शाम को यहां अनौपचारिक बैठक की. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से आयोजित रात्रिभोज से पहले 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के नेताओं ने अनौपचारिक मुलाकात की. समझा जा रहा है कि इस बातचीत में शुक्रवार को होने वाली औपचारिक बैठक का एजेंडा तय किया जा सकता है.
शुक्रवार को होने वाली 'इंडिया' की बैठक में भविष्य की रणनीति को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिये जा सकते हैं. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने गुरुवार शाम को कहा कि गठबंधन के नेता कल होने वाली बैठक में सीट-बंटवारे के तौर-तरीकों, समन्वय समिति और साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाने पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि 1977 में भी इसी तरह का प्रयोग किया गया था और यह उसी तरह का प्रयास है. 1977 में इंदिरा गांधी नीत कांग्रेस से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दल साथ आए थे.
गुरुवार को बैठक से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यहां ग्रांड हयात होटल के परिसर में संवाददाता सम्मेलन करके अडाणी मुद्दा उठाया. 'इंडिया' के नेताओं की बैठक इसी होटल में हो रही है. अनौपचारिक बैठक शुरू होने से पहले राहुल गांधी को शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे और संजय राउत से तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सांसद सुप्रिया सुले व पार्टी नेता जयंत पाटिल के साथ बातचीत करते हुए देखा गया.
उद्धव ठाकरे और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार भी आपस में हल्के-फुल्के अंदाज में बातचीत करते देखे गए. विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल होने के लिए यहां पहुंच चुके हैं. इनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके पिता तथा राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी समेत अन्य नेता भी बृहस्पतिवार को मुंबई पहुंच गए. 'इंडिया' की बैठक में एक समन्वय समिति की घोषणा की जा सकती है और गठबंधन का लोगो जारी किया जा सकता है.
गठबंधन ने बैठक से पहले बुधवार को विश्वास जताया था कि वह देश में राजनीतिक बदलाव के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा और उसके पास प्रधानमंत्री पद के लिए कई चेहरे हैं, जबकि भाजपा के पास 'केवल एक चेहरा' है. विपक्षी गठजोड़ ने दावा किया था कि उसने दो और क्षेत्रीय दलों को शामिल करके अपना विस्तार किया है और इसके घटक दलों की संख्या 28 हो गयी है. गठबंधन में महाराष्ट्र की वामपंथी पार्टी 'पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया' (पीडब्ल्यूपी) और एक अन्य क्षेत्रीय पार्टी शामिल हुई है. इस दल का नाम अभी स्पष्ट नहीं किया गया है.
सूत्रों ने बताया कि उत्तर पूर्व क्षेत्र के तीन दलों-असम जातीय परिषद, राजोर दल और आंचलिक गण मंच-भुइयां ने गठबंधन में शामिल होने की अपील की है और बैठक में गठबंधन के विस्तार पर और इन दलों को शामिल करने पर विचार-विमर्श किया जा सकता है. विपक्षी गठबंधन की यह तीसरी बैठक है. पहली बैठक जून में पटना में, जबकि दूसरी बैठक जुलाई में बेंगलुरु में हुई थी, जहां इसे 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) नाम दिया गया.
गठबंधन एक समन्यव समिति की घोषणा कर सकता है, जिसमें प्रमुख विपक्षी दलों के 11 सदस्य हो सकते हैं. गठबंधन का एक लोगो भी जारी किया जाएगा. बैठक में इस बारे में भी मंथन किया जा सकता है कि इसका संयोजक बनाया जाए या नहीं. गठजोड़ का न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने, देशभर में आंदोलन करने की संयुक्त योजना बनाने और सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए कुछ उप-समूह बनाने पर भी बात हो सकती है.