लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav Birthday) का 83वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस अवसर पर लखनऊ में सपा मुख्यालय पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पिता मुलायम सिंह के साथ पार्टी मुख्यालय पहुंचे.
समारोह में मुलायम सिंह यादव ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया. इस दौरान अखिलेश यादव ने जन्मदिन केक काटा. पार्टी के तमाम बड़े नेता समारोह में उपस्थित रहे और मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं दीं.
मुलायम सिंह यादव का 83वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया. सपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में हवन कर और केक काट कर भी मुलायम सिंह का जन्मदिन मनाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर सपा संरक्षक मुलायम सिंह को जन्मदिन की बधाई दी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने देश की राजनीति में अहम योगदान दिया है. पीएम मोदी ने लिखा, 'उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं. देश की राजनीति में उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. मैं उनके स्वस्थ एवं सुदीर्घ जीवन की कामना करता हूं.'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन की बधाई दी.
कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल.
इटावा जिले के सैफई गांव में 22 नवंबर, 1939 को जन्मे मुलायम सिंह यादव ने शुरुआती जीवन एक शिक्षक के रूप में शुरू किया और 1967 में पहली बार विधानसभा के सदस्य चुने गये. वह वर्ष 1977 में रामनरेश यादव के नेतृत्व वाली जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार में पहली बार मंत्री बने.
वर्ष 1989 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और 1996 में मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद संयुक्त मोर्चा की सरकार में वह रक्षा मंत्री भी बने. यादव 2003 से 2007 तक दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. अपने लंबे राजनीतिक जीवन में मुलायम सिंह यादव ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं. उन्होंने 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की.
छोटी बहू अपर्णा सिंह यादव ने दी बधाई.
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वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने पुत्र अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया और अखिलेश 2017 तक इस पद पर बने रहे. इसी बीच परिवार में कलह के बाद मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव सपा से अलग हो गये और उन्होंने बाद में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नाम से एक अलग दल का गठन किया.