भिंड।टेक्नोलॉजी जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, उसके दुरुपयोग का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. लोग फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी निजी जिंदगी की तस्वीरें शेयर करते हैं, अपने अनुभव लिखते हैं. ऐसे में कई बार हमने लोगों की आईडी हैक होकर उनके नाम से ऑनलाइन ठगी या खुद लोगों को ठगी और धोखाधड़ी का शिकार होते देखा है, सुना और पढ़ा है. लेकिन इसी सोशल मीडिया का एक और भी पहलू है, जो लोगों के लिए मददगार साबित होता है. नई जानकारियां, अपने करीबी लोगों से जुड़ी छोटी-छोटी बातें, हमें अक्सर इसी तरह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए मिलती है. भिंड के मेहगांव में रहने वाले भोगीराम खटीक के परिवार को तो उनका खोया हुआ बेटा मिल गया, जो कई दिनों से गुजरात में भटक रहा था.
घर मोहल्ले में दिखाई दे रही खुशी की लहर:इस परिवार की कहानी जानने के लिए ETV भारत भी मेहगांव में उनके बीच पहुंचा तो पता चला कि 7 साल से गायब इन्दल खटीक आज ही लौटकर घर आ गया है. उसके लौटने की खुशी में पूरा परिवार और मोहल्ले के लोग उनके घर पर इकट्ठा थे, परिवारजनों ने अपने बिछड़े हुए बेटे से मिलने की खुशी में उसे फूल माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर अपना प्यार जताया. युवक इन्दल के पिता भोगीराम खटीक तो खुशी में बात भी नहीं कर पा रहे थे, जब हमने उनसे बात की तो उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि मेहगांव के एक पत्रकार ने उसके बारे में बताया था.
इतने साल बाद बेटे को वापस पाकर भावुक हुई मां: कहते हैं कि अगर कोई गुमशुदा व्यक्ति सात वर्षों तक घर वापस न लौटे या उसकी कोई खोज खबर ना मिले तो न्याय पालिका भी उसे मृत घोषित कर देती है, लेकिन उस परिवार और उस मां का क्या जिसके अपने कलेजे के बेटे का पता वर्षों तक नहीं चला हो. घरवालों ने तो इन्दल के लौटने की आस ही छोड़ दी थी. इन्दल की मां बादामी ने बताया कि उनका बेटा दिमागी रूप से थोड़ा कमजोर था, 7 साल पहले जब वह 21 वर्ष का था तो दशहरे के दो दिन बाद अचानक घर से गायब हो गया था. पूरे परिवार ने उसे ढूंढने की कोशिश की, पुलिस के पास भी गए लेकिन पुलिस ने आधार कार्ड ना होने के चलते रिपोर्ट तक नहीं लिखी. इन हालात में भी परिवार कई दिनों तक आस पास के गाँव और जिलों में उसकी तलाश करता रहा. लेकिन कोई सुराग नहीं लगा.
सात साल बाद हफ्ते भर पहले एक दिन अचानक उनके मोहल्ले में रहने वाले एक पत्रकार ने उनसे सम्पर्क किया, उन्हें तस्वीर दिखाई जो उनके बेटे की थी. पहचान होने पर पता चला कि उनका गुमशुदा बेटा गुजरात की एक सामाजिक संस्था के पास है, जो उसकी देखभाल कर रही है. इसके बाद परिवार के लोग गुजरात के कच्छ गए और अपने बेटे को अपने साथ लेकर अब घर वापस आ गए हैं. अपनी व्यथा और खुशी जाहिर करते करते इन्दल की मां भावुक हो गयीं.